नई दिल्ली, 15 सितंबर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दो दिनों के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री केजरीवाल के इस ऐलान के बाद नई दिल्ली से भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा, ‘केजरीवाल को 177 दिन पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था। अब इस्तीफा देने के लिए 48 घंटे का समय क्यों ले रहे हैं। क्या उनकी पार्टी में सीएम फेस को लेकर कोई दंगल चल रहा है’। उन्हें और पूरे मंत्रिमंडल को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए। नवंबर में चुनाव चाहते हैं, तो यह तो उनके हाथ में है। वहीं, केजरीवाल के इस्तीफा देने के ऐलान के बाद आम आदमी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि, सीबीआई-ईडी की रेड में आप के किसी नेता के यहां से कुछ नहीं मिला है। इस सवाल के जवाब में बांसुरी स्वराज ने कहा कि, मैं आम आदमी पार्टी के नेताओं को याद दिलाना चाहती हूं कि चौथी बार इस देश की अदालत ने आदेश दिया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी कानूनी है। अदालत ने पाया है कि जांच एजेंसियों के पास पुख्ता सबूत हैं।
मैं यह भी बताना चाहूंगी कि प्रक्रियागत जमानत दी गई है, क्योंकि सुनवाई में कुछ समय लगता है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज भी आरोपी और अपराधी हैं। बता दें कि केजरीवाल को दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले में हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी है। तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल ने आप समर्थकों को संबोधित किया था। केजरीवाल ने कहा था, मेरा इरादा 100 गुना मजबूत हो गया है। वहीं, शनिवार को वह कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर पहुंचे थे। उनके साथ पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया भी थे। रविवार को वह दिल्ली स्थित आम आदमी पार्टी कार्यालय पहुंचे थे। यहां उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, मंत्रियों, विधायकों के सामने दो दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया।
–आईएएनएस
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