मध्य प्रदेश :
मध्य प्रदेश में सतना जिले के निजी न्यूज चैनल के दो पत्रकारों को पुलिस की अवैध वसूली, जुआ और अवैध शराब माफियाओं से मिली भगत का खुलासा करना महंगा पड़ा गया। इस खबर को न्यूज चैनल में दिखाए जाने से अमरपाटन टीआई विजय सिंह इस कदर बौखला गए कि उन्होंने दोनों पत्रकारों को सोमवार की सुबह 5 बजे उनके घर जाकर बेरहमी से पिटाई कर दी। इतना ही नहीं उन्होंने घर में महिलाओं के साथ अभद्रता भी की। इसके बाद दोनों पत्रकारों को थाने लाकर दोबारा लाठी से जमकर पिटाई की और जूते चटवाए।
अमरपाटन थाने की पुलिस ने दोनों की थाने में न केवल बेरहमी से पिटाई की, बल्कि आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी भी बना दिया।
वहीं, पत्रकारों के साथ हुई मारपीट के बाद जिले के पत्रकार आक्रोशित हैं। न्याय की मांग को लेकर जिले के पत्रकार पीड़ित पत्रकार के परिजनों के साथ धरने पर बैठ गए हैं।
वहीं, पुलिस ने दोनों पत्रकार की पत्नियों की शिकायत पर टीआई अमरपाटन विजय सिंह ठाकुर का मेडिकल चेकअप सतना जिला अस्पताल में कराया।
बताया जा रहा है कि टीआई नशे की हालत में थे। इस मामले में रीवा रेंज के आईजी आशुतोष राय ने टीआई विजय ठाकुर को लाइन हाजिर कर दिया है और मामले की जांच एएसपी रामेश्वर यादव को सौंप दी है।
पत्रकारों के साथ की गई मारपीट और फर्जी मामला दर्ज करने का मामला पुलिस मुख्यालय तक पहुंचने के बाद पुलिस अधीक्षक सतना मिथलेश शुक्ला ने थाना प्रभारी के खिलाफ अमरपाटन थाने में मामला दर्ज करने का निर्देश दिए हैं।
खबरों के मुताबिक, सतना जिले के अमरपाटन थाने में पिछले 3 महीने से पदस्थ टीआई विजय सिंह द्वारा कटनी-रीवा मार्ग नेशनल हाईवे-7 में अपने प्राइवेट कर्मचारियों को लगाकर वाहनों से अवैध वसूली कराई जा रही थी। इस खबर को टीवी-चैनल के पत्रकार नरेन्द्र पटेल और जितेन्द्र सोनी ने दिखाया। इसके बाद नगर में सटोरियों व जुआ फड़ संचालकों से अवैध वसूली के लिए टीआई द्वारा मोबाइल में की गई बातचीत का ऑडियो भी इन्हीं दोनों पत्रकारों ने वाट्सएप में वायरल किया। रविवार को इस संबंध में खबर भी प्रसारित की गई। इस बात से टीआई विजय सिंह बौखलाए गए और 5 पुलिस आरक्षकों व दो अन्य लोगों के साथ सोमवार की सुबह 5 बजे नरेन्द्र पटेल के घर पहुंचे। दरवाजा खुलते ही उसने नरेन्द्र की पत्नी नीलू पटेल के साथ धक्का-मुक्की की और फिर बिस्तर में सो रहे नरेन्द्र पटेल को उठाकर उसकी पिटाई शुरू कर दी।
टीआई ने नरेन्द्र को जमकर पीटा और फिर वाहन में लादकर थाने ले गया। इसके बाद सुबह 6 बजे पूरी टीम के साथ दूसरे पत्रकार जितेन्द्र सोनी के घर टीआई पहुंचे और उसे भी मारते-पीटते थाने ले आए। महिलाओं के विरोध करने पर उनके साथ अभद्रता की। थाने में पीट-पीटकर टीआई ने दोनों पत्रकारों से अपने जूते चटवाए।
इसके बाद, टीआई विजय सिंह ने बर्रेह गांव की एक आदिवासी महिला के जरिए दोनों पर रेप का केस दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन युवती इससे मुकर गई। यह जानकारी पत्रकार बिरादरी तक भी पहुंच गई तो वे बड़ी संख्या में थाने जा धमके। इसके बाद पत्रकारों ने आईजी आशुतोष राय से बात की। इसके बाद प्रभारी मंत्री ओमप्रकाश धुर्वें को इसकी जानकारी दी गई। सभी पत्रकार पीड़ितों के परिजनों के साथ धरने पर बैठे गए। हंगामा बढ़ते देख टीआई अपने ही थाने से फरार हो गया। दबाव के चलते पीड़ितों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पत्रकारों की पिटाई के खिलाफ रैगांव विधायक ऊषा चौधरी, महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष उर्मिला त्रिपाठी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिलीप मिश्रा समेत सोनी समाज के लोगों ने भी जमकर प्रदर्शन किया और आरोपी टीआई समेत सभी दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किए जाने की मांग की।
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