आंसू या अश्रु गैस को Tear Gas और Lachrymator के नाम से भी जाना जाता है। अगर किसी पर इसका प्रयोग कर दिया जाए तो आंखों में भारी जलन होने लगती है जिस वजह से आंखों से आंसू निकलने लगते हैं।
गोले दागने के बाद धुआं की तरह फैलता है गैस
ज्यादतर इसका उपयोग अनियंत्रित भीड़ को नियंत्रित करने में किया जाता हैं। आंसू गैस के गोले दागने के तुरंत बाद ही यह गैस धुआं की तरह हवा में फैल जाता है। इसकी वजह से लोगों की आंखों में भयंकर जलन होने लगती है और थोड़ी देर के लिए अंधापन भी महसूस करते हैं।
कैसे बनाएं जाते है आंसू गैस के गोले
आपको बताते है कि यह गैस एक गैस नहीं बल्कि एक पाउडर होती है। जो की तीन प्रकार की होती है। लेकिन CS(2-Chlorobenzalmalononitrile या o-Chlorobenzylidene Malononitrile) का प्रयोग सबसे ज्यादा किया जाता है इसका रासायनिक सूत्र C10H5ClN2 है।
शरीर के लिए है हानिकारक
आंसू गैस हमारे श्वसन तंत्र को भी काफी प्रभावित करता है । इस गैस की वजह से नाक और सांस लेने वाली नली में जलन, बार-बार छींक आना, उल्टी लगना, दम घुटना,खांसी का आने के साथ काफी घुटन भी महसूस होती है। इस गैस के संपर्क में आने पर लोग कुछ देर के लिए असहाय हो जाते हैं. गर्भवती महिलाओं को इस गैस से हमेशा दूर रहना चाहिए।
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