नई दिल्ली| पूर्व केंद्रीय मंत्री और उत्तरप्रदेश के वरिष्ठ नेता आरपीएन सिंह ने मंगलवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इस बीच आरपीएन सिंह ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, आज, जब पूरा राष्ट्र गणतन्त्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनैतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूँ।
जानकारी के मुताबिक आरपीएन सिंह मंगलवार को ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो सकते हैं। पिछले कई दिनों से उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं सूत्रों के अनुसार अब मंगलवार दोपहर में वह बीजेपी में शामिल हो जाएंगे।
ऐसे में जब उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने सम्भाली हुई है उसके बावजूद चुनाव से ठीक पहले आरपीएन ने कांग्रेस छोड़ने का फैसला लिया है। इसलिए उम्मीद लगाई जा रही है कि वे पडरौना से बीजेपी के उम्मीदवार हो सकते हैं, जहाँ से बीजेपी के मंत्री इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी में गए स्वामी प्रसाद मौर्य चुनाव लड़ने वाले हैं।
आरपीएन सिंह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बेहद करीबी नेता माने जाते हैं। वह टीम राहुल का अहम चेहरा रहे हैं। टीम राहुल के सदस्य रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसास पहले ही बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। माना जा रहा है कि आरपीएन सिंह के बीजेपी की तरफ जाने में भी अहम भूमिका सिंधिया की ही है।
आरपीएन सिंह कुशीनगर के पडरौना के रहने वाले हैं। पडरौना में आरपीएन सिंह को राजा साहब कहा जाता है। वह 1996 से 2009 तक पडरौना से कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं। 2009 में वह कुशीनगर (तत्कालीन पडरौना लोकसभा) सीट से लोकसभा सांसद चुने गए। वह यूपीए-2 सरकार में सड़क परिवहन, पेट्रोलियम और गृह राज्य मंत्री भी रह चुके हैं।
वहीं आरपीएन सिंह के पिता कुंवर सीपीएन सिंह भी कुशीनगर से सांसद रह चुके हैं और वे 1980 में इंदिरा गांधी की सरकार में रक्षा राज्य मंत्री थे।
–आईएएनएस/
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