नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश के आश्रय गृहों की घटानएं दुखदायी और शर्मनाक हैं। सिंह ने सदन को आश्वस्त किया कि ऐसे कृत्यों की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
सिंह ने सदन को आश्वस्त करते हुए कहा, “मैं संबंधित मंत्रालय से सभी राज्यों को एक एडवाइजरी जारी करने का आदेश देता हूं ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों। पहले से चल रहे आश्रय गृहों की जांच की जा सकती है।”
प्रश्नकाल के दौरान उन्होंने कहा, “जो भी बिहार और उत्तर प्रदेश में हुआ, वह दुखदायी व शर्मनाक है।”
देवरिया आश्रय गृह की घटना सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ सरकार द्वारा उठाए गए ‘ठोस कदमों’ की केंद्रीय मंत्री ने जब सराहना की, उसके बाद सदन में फिर से हंगामा शुरू हो गया।
राजनाथ सिंह ने कहा, “उन्होंने (आदित्यनाथ) सभी अधिकारियों की एक बैठक बुलाई और उन्हें सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया। जिला नियोजन अधिकारी को निलंबित कर दिया गया और आश्रय गृह के प्रबंधकों को गिरफ्तार कर लिया गया।”
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “इस मुद्दे को लगातार पिछले तीन दिनों से सदन में उठाया जा रहा है। मामले के निरीक्षण के लिए संसदीय समिति बनाई जाए जो अपनी रिपोर्ट दाखिल करे।”
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों ने देवरिया और मुजफ्फरपुर आश्रय गृह दुष्कर्म मामलों में निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया।
अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा, “इस तरह की घटनाएं सचमुच बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं। सभी सदस्यों को अपने अपने क्षेत्रों में इस तरह की घटनाओं के प्रति सचेत रहना चाहिए।”
–आईएएनएस
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