नई दिल्ली। भारत का चंद्रयान-3 बुधवार की शाम तय समय पर जैसे ही सफलतापूर्वक चंद्रमा की सतह पर उतरा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जोहान्सबर्ग से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बेहद खास मौके के गवाह बने।
उन्होंने घोषणा भी कर दी कि इसरो जल्द ही सूर्य के विस्तृत अध्ययन के लिए ‘आदित्य एल-1 मिशन’ लॉन्च करने जा रहा है। उन्होंने मिशन वीनस (शुक्र ग्रह) को भी इसरो के लक्ष्यों में से एक बताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने मिशन गगनयान पर प्रकाश डालते हुए कहा, भारत बार-बार साबित कर रहा है कि आकाश की सीमा नहीं है। भारत अपने पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन के लिए पूरी तरह से तैयार है।
पीएम मोदी ने कहा, “हम अपने सौर मंडल की सीमाओं का परीक्षण करेंगे और मनुष्यों के लिए ब्रह्मांड की अनंत संभावनाओं को साकार करने के लिए काम करेंगे।”
इससे पहले चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों के समर्पण और प्रतिभा से भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंच गया है, जहां आज तक दुनिया का कोई भी देश नहीं पहुंच सका है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह समय दूर नहीं है जब बच्चे कहेंगे ‘चंदा मामा दूर के नहीं एक टूर के।’
उन्होंने अपने संदेश में कहा कि हमारा चंद्र मिशन मानव-केंद्रित दृष्टिकोण पर आधारित है। इसलिए, यह सफलता पूरी मानवता की है। हम अपने सौरमंडल की सीमाओं का परीक्षण करेंगे और मनुष्यों के लिए ब्रह्मांड की अनंत संभावनाओं को साकार करने के लिए काम करेंगे।
पीएम मोदी ने कहा, “भारत बार-बार साबित कर रहा है कि आकाश कोई सीमा नहीं है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में हैं। उन्होंने कहा है कि भारत अब चंद्रमा पर है। देश ने नये भारत की पहली उड़ान देखी है।
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