इस्लामाबाद – वीआईपी संस्कृति के विरोध के साथ सत्ता में आई पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की सरकार ने वीआईपी संस्कृति का एक नया मानक गढ़ दिया है। इमरान सरकार ने राजधानी इस्लामाबाद में मंत्रालय में ऐसे ‘वीवीआईपी बाथरूम’ बनवाए हैं जिनका इस्तेमाल केवल अतिरिक्त सचिव या इससे ऊपर की रैंक का कोई अफसर ही कर सकेगा।
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने शुक्रवार को सूत्रों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए बताया कि उद्योग व उत्पादन मंत्रालय में बने इन टॉयलेट का ‘दुरुपयोग’ न हो, इसे सुनिश्चित करने के लिए बकायदा इनके बाहर बॉयोमेट्रिक पहचान मशीन लगाई गई हैं।
सूत्रों ने अखबार को बताया कि इनका इस्तेमाल उद्योग व उत्पादन मंत्रालय में केवल अतिरिक्त सचिव या इससे ऊपर की रैंक का कोई अफसर ही कर सकेगा। लेकिन, इसके साथ यह छूट दी गई है कि किसी अन्य मंत्रालय का भी अतिरिक्त सचिव या इससे ऊपर की रैंक का कोई अफसर भी इनका इस्तेमाल कर सकेगा। ऐसा इसलिए किया गया है कि अन्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी उद्योग व उत्पादन मंत्रालय में बैठक या अन्य काम के लिए आ सकते हैं और उन्हें टॉयलेट जाने की जरूरत हो सकती है।
अखबार ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सूत्रों के मुताबिक, एक तरफ वीवीआई बाथरूम बने हैं और दूसरी तरफ मंत्रालय के अन्य बाथरूम में स्टॉफ के लिए साबुन जैसी बुनियादी चीज तक नहीं मिलती।
–आईएएनएस
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