भोपाल| मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को कहा कि वह राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश का हर नागरिक गवाह है कि भाजपा को मेरे द्वारा किए गए जनहितैषी काम रास नहीं आए। कार्यकाल के पहले दिन से ही भाजपा ने हमारे खिलाफ साजिश रचनी शुरू कर दी थी। कमलनाथ ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, “आप गवाह हैं कि भाजपा के लोग कहते थे कि यह 15 दिन की सरकार है। यह सरकार चल नहीं पाएगी, लेकिन हमने काम शुरू किया। हमारे 22 विधायकों को प्रलोभन देकर कर्नाटक में बंधक बनाने का कार्य किया। पूरा प्रदेश इसका गवाह है। प्रदेश की जनता के साथ धोखा करने वाले इन लोभियों को जनता कभी माफ नहीं करेगी। भाजपा ने जनता के साथ धोखा किया है।”
कमलनाथ ने कहा, “हमने 30 लाख किसानों के कर्ज माफ किए और हम कर्जमाफी का तीसरा चरण शुरू करने जा रहे थे। इस कदम से प्रदेश में आत्महत्या करने वाले किसानों पर रोक लगी। लेकिन भाजपा को यह अच्छा नहीं लगा।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने प्रदेश को माफिया मुक्त करने का काम किया। भाजपा नहीं चाहती थी कि प्रदेश से माफिया राज समाप्त हो। हमने प्रदेश को सुरक्षित बनाने का काम किया। हमने युवा स्वाभिमान कार्यक्रम लांच किया, ताकि युवा को रोजगार मिल सके। भाजपा के कार्यकाल में बड़ी संख्या में युवा बेरोजगार थे। हमने यहां-वहां घूम रही गायों के लिए 1000 गौशाला बनाने का निर्णय लिया, जो भाजपा को रास नहीं आया।”
उन्होंने कहा, “मध्य प्रदेश को ऐसा प्रदेश बनाया जाए, जहां लोगों का विश्वास हो। हमने कोई झूठी घोषणाएं नहीं की। भाजपा को हमारे द्वारा किए गए विकास कार्यो से भय सताने लगा कि प्रदेश कि डोर अब कांग्रेस के हाथों में आ जाएगी। इन महीनों में हमारे ऊपर किसी घोटाले के आरोप नहीं लगे। जनता ने महसूस किया कि जनहितैषी सरकार कैसी होती है।”
–आईएएनएस
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