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कुलपति प्रो. रमेश के. गोयल के कुशल नेतृत्व में सम्पन्न हुआ छठा वार्षिक दीक्षांत समारोह

दिल्ली फार्मास्यूटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी द्वाराकुलाधिपति विनय कुमार सक्सेना, उपराज्यपाल, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, दिल्ली सरकार की उपस्थिति में छठे वार्षिक दीक्षांत समारोह की मेजबानी की गई। आईसीएमआर , दिल्ली के पूर्व महानिदेशक प्रोफेसर निर्मल के. गांगुली मुख्य अतिथि और आतिशी मार्लेना, शिक्षा मंत्री, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, दिल्ली सरकार विशिष्ट अतिथि रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर गवर्निंग काउंसिल के सदस्य, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्य, कुलपति, रजिस्ट्रार, डीन , निदेशक और संकाय सदस्यों के अलावा स्नातक छात्र और उनके माता-पिता भी उपस्थित थे।

डीपीएसआरयू के छठे वार्षिक दीक्षांत समारोह में कुल 605 छात्रों ने विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रमों से सफलतापूर्वक स्नातक की उपाधि प्राप्त की। शिक्षा के क्षेत्र में वरीयता सूची में स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के प्रयासों और उपलब्धियों को सराहते हुए पुरस्कृत किया गया।

दीक्षांत समारोह की शुरुआत एकेडमिक प्रोसेशन के सभागार की ओर बढ़ने और विश्वविद्यालय कुल गीत की प्रस्तुति के साथ हुई, जिसके बाद अतिथियों के सम्मान और दीप प्रज्ज्वलन द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कुलाधिपति द्वारा दीक्षांत समारोह की शुरुआत की घोषणा की गई। स्नातकों का रजिस्टर, रजिस्ट्रार द्वारा कुलाधिपति को उनके हस्ताक्षर हेतु प्रस्तुत किया गया।
कुलपति प्रो. रमेश के. गोयल द्वारा स्वागत भाषण और विश्वविद्यालय की हाल की प्रमुख उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए वैश्विक जुड़ाव के प्रति प्रतिबद्धता को बढ़ावा देने वाले जी20 समारोहों में विश्वविद्यालय की सक्रिय भागीदारी के लिए प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि ज्ञान और नवाचार के केंद्र के रूप में, डीपीएसआरयू ने जी20 एजेंडा से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों और पहलों में भाग लेने में बहुत गर्व महसूस किया। उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा 23 कार्यक्रम तैयार किए हैं, जिनमें उभरते उत्कृष्टता केंद्र, डीकेडीएफ-सेंटर फॉर प्रिसिजन मेडिसिन, डीएसआईआर सेंट्रल रिसर्च टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट हब (सीआरटीडीएच), नैनो टेक्नोलॉजी रिसर्च यूनिट्स, प्लांट टिशू कल्चर लैब, एडवांस्ड फार्मास्युटिकल एनालिटिकल केमिस्ट्री लैब , नव ग्रह वाटिका और प्लास्टिक मुक्त परिसर बनाने के लिए पर्यावरण-अनुकूल सेटअप और कई अन्य नए एवं अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त सेंटर्स शामिल हैं।

एनसीटी दिल्ली सरकार की शिक्षा मंत्री आतिशी ने बड़े ही उत्साह से सभा को संबोधित किया। आतिशी ने स्नातक होने वाले छात्रों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने अपने उद्बोधन में दिल्ली फार्मास्युटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी (डीपीएसआरयू) को फार्मेसी के पहले विश्वविद्यालय के रूप में उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह यूनिवर्सिटी शिक्षा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए, आतिशी ने शिक्षा को सबसे महत्वपूर्ण निवेश के रूप में रेखांकित किया। अपने संबोधन में, आतिशी ने योगशाला कार्यक्रम को आगे बढ़ाने और पूरे देश में अपना सकारात्मक प्रभाव फैलाने में सबसे आगे रहने के लिए डीपीएसआरयू की सराहना की। उन्होंने भारतीय चिकित्सा प्रणाली के महत्व पर प्रकाश डाला और इसके व्यापक उपयोग को प्रोत्साहित किया।

आईसीएमआर के पूर्व महानिदेशक प्रो. निर्मल के. गांगुली ने स्नातक करने वाले छात्रों को प्रोत्साहित किया, इस बात पर जोर दिया कि उनकी यात्रा अभी शुरू हुई है और उनसे अपने पेशेवर जीवन में आने वाली चुनौतियों से निपटने का प्रयास करने का आह्वान किया । उन्होंने वैज्ञानिक विकास के क्षेत्र में भी विस्तार से बताया जिसमें विश्वविद्यालय का वातावरण सीखने के अनुभव को समृद्ध करता है। फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रम के लिए डीपीएसआरयू की सराहना करते हुए, उन्होंने स्वास्थ्य देखभाल में आयुर्वेद और इम्यूनोथेरेपी की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और स्वास्थ्य क्षेत्र के भीतर “भारत में निर्मित” उत्पादों का समर्थन करने के महत्व पर जोर दिया, उन्होंने छात्रों को एक मूल्यवान सलाह देते हुए कहा कि ” संकट में टूटने की बजाए यदि आप सफल होना चाहते हैं तो संकट का डटकर सामना करें”।

उपराज्यपाल और माननीय कुलाधिपति विनय कुमार सक्सेना ने सभा की सराहना की और युवा प्रतिभाओं को जीवन में एक नए अध्याय की शुरुआत करने के लिए शुभकामनाएं दीं। एनईपी 2020 का उल्लेख करते हुए, उन्होंने छात्रों को विशेष रूप से विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रदान किए जाने वाले इंटरडिसिप्लीनरी रिसर्च में उपलब्ध अवसरों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 2023 से अमृत काल शुरू हो गया है, जो विकसित भारत की सफलता में योगदान दे रहा है। देश की अर्थव्यवस्था में फार्मास्युटिकल क्षेत्र के महत्वपूर्ण योगदान को रेखाकित करते हुए, उन्होंने साल दर साल इसके समृद्ध पथ पर जोर दिया। सक्सेना ने उद्योग को उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाने में इसकी भूमिका पर जोर देते हुए अनुसंधान सहयोग के महत्व को प्रोत्साहित किया। उन्होंने डीआईआईएफ (डीपीएसआरयू इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन फाउंडेशन) के माध्यम से एमएसएमई और स्टार्ट-अप को सक्रिय रूप से बढ़ावा देने के लिए डीपीएसआरयू की सराहना की। इसके अलावा, उन्होंने डीपीएसआरयू के प्रिसिजन मेडिसिन प्रोग्राम और विशेष रूप से बायोइनफॉर्मेटिकस और (क्यूबीडी) में उन्नत क्षमताओं को ध्यान में रखते हुए किए जाने वाले कार्यों की भी सराहना की।

मेधावी छात्रों को मंच पर कुलाधिपति एवं अतिथियों द्वारा स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। बी.फार्म में शैक्षणिक, पाठ्येतर और सह-पाठयक्रम गतिविधियों में समग्र प्रदर्शन को देखते हुए एलजी ट्रॉफी पुरस्कार नमिश मनचंदा को प्रदान की गई। उत्कृष्ट नवोन्मेषी स्वास्थ्य सेवा उत्पाद विकसित करने के लिए डीपीएसआरयू इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन फाउंडेशन की स्टार्ट-अप कंपनी एकोसाइट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड को ‘ jawlat alniche गोल्ड मेडल’ प्रदान किया गया।

अंत में रजिस्ट्रार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। उपस्थित सभी द्वारा राष्ट्रगान की प्रस्तुति के बाद, माननीय कुलाधिपति द्वारा दीक्षांत समारोह के समापन की घोषणा के पश्चात एकेडमिक प्रोसेशन के सभागार से प्रस्थान के साथ दीक्षांत समारोह का समापन हुआ।

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