नई दिल्ली:दिल्ली में कुछ ही घंटों की बरसात के बाद जगह-जगह जलभराव की स्थिति सामने आने लगी। रविवार सुबह मिंटो ब्रिज पर पानी भरने से एक तिपहिया चालक की मौत हो गई। अब दिल्ली सरकार ने स्वीकार किया कि कोरोना के के कारण इस बार नालों की साफ-सफाई मुस्तैदी से नहीं हो सकी है।
दिल्ली में जलभराव की स्थिति पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “इस साल सभी एजेंसियां, चाहे वो दिल्ली सरकार की हो या नगर निगम की, कोरोना नियंत्रण में लगी हुई थी। करोना की वजह से उन्हें कई कठिनाइयां आयीं। ये वक्त एक दूसरे पर दोषारोपण का नहीं है। सबको मिल कर अपनी जिम्मेदारियां निभानी है। जहां जहां पानी भरेगा, हम उसे तुरंत निकालने का प्रयास करेंगे।”
वहीं दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष एवं आम आदमी पार्टी के विधायक राघव चड्ढा ने कहा, “हर साल मार्च-अप्रैल में नगर निगम और दिल्ली सरकार द्वारा नालों की सफाई करवाई जाती है। इस साल कोरोना ने देश और दुनिया पर धावा बोला। उसके चलते बहुत सारे काम जो होने थे वो रुक गए, उनकी गति कम हो गई। इस बार इतनी मुस्तैदी से नालों की साफ सफाई नहीं हो पाई। जून से नालों की साफ सफाई शुरू करवाई गई। ”
राघव ने कहा, “मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मिंटो रोड समेत अन्य स्थानों पर नजर रखे हुए हैं और सीधे इंजीनियर्स के संपर्क में हैं। मिंटो ब्रिज पर पंपिंग के जरिए पानी हटा दिया गया है।”
आम आदमी पार्टी ने इस विषय पर दिल्ली नगर निगम और भाजपा के नेताओं को भी आड़े हाथों लिया है। जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने कहा, “हम लोग काम करने में विश्वास रखते हैं लेकिन भाजपा के नेता उल्टी सीधी बयान बाजी कर रहे हैं। मिंटो ब्रिज इलाका एनडीएमसी के अंतर्गत आता है और एनडीएमसी केंद्र सरकार के अंतर्गत काम करती है।”
गौरतलब है कि दिल्ली में महज कुछ घंटों की बारिश के बाद मिंटो ब्रिज, जखीरा फ्लाईओवर, दक्षिण दिल्ली के पुल प्रह्लादपुर, उत्तरी दिल्ली के जहांगीरपुरी समेत कई इलाकों में पानी भर गया जिससे लोगों को परेशानी हुई। इस दौरान मिंटो ब्रिज के समीप तिलक ब्रिज इलाके में तेज बहाव के कारण कुछ कच्चे मकान और झुग्गियां बह गई।
–आईएएनएस
और भी हैं
जीतन राम मांझी ने 43वें भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ), 2024 में “एमएसएमई मंडप” का उद्घाटन किया
दिल्ली में गोकुलपुरी के एक पेट्रोल पंप पर अंधाधुंध फायरिंग, कर्मचारी घायल
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में झारखंड पवेलियन आकर्षण का केंद्र