मनोज पाठक
रांची कोरोना के इस संक्रमण काल में जहां आम से लेकर खास की परेशनियां बढ़ी हैं, वहीं कई नजरें दूसरे की तरफ उम्मीद से देख रही हैं। ऐसे में कई स्वयंसेवी संस्थाएं और सामाजिक लोग इन बेसहारा और असहायों की उम्मीदों को पूरा करने के लिए सामने आए हैं।
ऐसे में जहां इन असहायों और निर्धन लोगों की परेशनियां कम हुई हैं, वहीं उन्हें राहत भी मिली है। ये लोग जहां निस्वार्थ सेवाकर असहायों को भोजन उपलब्ध करा रहे हैं, तो कई मास्क का वितरण कर कोरोना से बचने की सलाह दे रहे हैं। वैसे सबका उद्देश्य कोरोना से लड़ना और इसे भगाना है।
इस संक्रमण काल में ऐसे तो चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिसकर्मियों की सेवा का कोई मुकाबला नहीं है। चिकित्सक जहां लगातार अस्पतालों में कोरोना से बचाने के लिए दिन रात एक कर रहे हैं, वहीं पुलिसकर्मी भी लोगों को इस लॉकडाउन का पालन करवाने में लगे हुए हैं।
रांची गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा एवं सिख समाज लगातार भोजन वितरण करवा रहा है। इसके लिए गुरुद्वारा में लंगर तैयार करवाया जा रहा है और उसका फूड पॉकेट बनवाकर चार वाहनों से विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचाए जा रहे हैं।
समाजसेवी अतुल गेरा कहते हैं कि ये भोजन के पॉकेट उन क्षेत्रों में भेजे जा रहे हैं, जहां दिहाड़ी मजदूर, रिक्शावाले, सब्जीवाले रहते हैं या वैसे लोग भी हैं जो सड़कों पर अपना समय व्यतीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनका मकसद है कि कोई भी भूखा नहीं रहे। उन्होंने कहा कि यह कार्य 25 मार्च से प्रारंभ किया गया है और 14 अप्रैल तक चलेगा।
वैसे, जब-जब संकट की घड़ी आती है, कुछ लोग और संस्थाएं मिसाल बनकर सामने आते हैं। कोरोनावायरस की वजह से जब गरीब की आमदनी कम हुई और खाने की दिक्कत हुई तो गरीबों के लिए मसीहा बनकर कई संस्थाएं सामने आईं।
इधर, राष्ट्रीय युवा शक्ति संस्था ने इस लॉकडाउन में जरूरतमंदों की मदद करने के लिए सामने आई है। समिति द्वारा प्रसिद्घ पहाड़ी मंदिर गेट के समीप गरीबों के बीच आलू, सोयाबीन और चावल का पॉकेट बांटा। इस दौरान सोशल डिस्टेन्सिंग का भी ख्याल रखा जा रहा है।
रांची क्लब भी इस लॉकडाउन में बेसहारों की मदद करने की ठानी है। इस बीच, ग्राम विकास समिति के लोग उन लोगों के पास पहुंचकर मदद कर रहे हैं, जो घरों में कैद हैं और बीमार हैं। समिति के अध्यक्ष संजय महतो कहते हैं कि दिहाड़ी मजदूर, रिक्शा चालक, मजदूर सरकार के आदेश के पालन के तहत घरों में कैद हैं, लेकिन वे अपने बीमार परिजनों का इलाज नहीं करा पा रहे हैं। ऐसे में समिति ऐसे लोगों को चिकित्सका सेवा उपलब्ध करा रही है।
इस दौरान कई समूह मुहल्लों में निकलकर लोगों के बीच मास्क बांटते नजर आ रहे हैं और कोरोना से लॉकडाउन में रहने की सलाह दे रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना से जंग के लिए मंगलवार को पूरे देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की है। राहत की बात है कि झारखंड में अब तक एक भी पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है।
–आईएएनएस
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