नई दिल्ली| कोविड-19 के रोगियों के इलाज में किसी भी तरह की कमी से निपटने के लिए केंद्र ने ऑटोमोबाइल कंपनियों को वेंटिलेटरों का निर्माण करने के लिए कहा है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा कि ये कंपनियां वेंटिलेटर बनाने की दिशा में काम कर रही हैं।
सरकार ने पहले कई प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियों जैसे मारुति और महिंद्रा से वेंटिलेटर के निर्माण की संभावना पर काम करने को कहा था।
वर्तमान में महिंद्रा समूह के इंजीनियर वेंटिलेटर के प्रोटोटाइप के निर्माण पर काम कर रहे हैं, जबकि मारुति सुजुकी इंडिया ने वेंटिलेटर के उत्पादन को बढ़ाने के लिए एगवा हेल्थकेयर के साथ मिलकर काम करने का फैसला किया है।
अमेरिका में फोर्ड मोटर और जीएम जैसी कंपनियों को जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरणों के विनिर्माण में लगाया गया है।
इसके अलावा, मंत्रालय ने ट्वीट किया कि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड को स्थानीय निमार्ताओं के साथ मिलकर अगले दो महीनों में 30,000 वेंटिलेटर बनाने के लिए कहा गया है।
मंत्रालय की ओर से बताया गया कि देश के विभिन्न अस्पतालों में कोविड-19 रोगियों के लिए 14,000 से अधिक वेंटिलेटर मौजूद हैं। इसके अलावा अब एगवा हेल्थकेयर, नोएडा को एक महीने में 10,000 वेंटिलेटर बनाने का आदेश दिया गया है।
एगवा से अप्रैल के दूसरे सप्ताह में आपूर्ति शुरू होने की उम्मीद है।
–आईएएनएस
और भी हैं
भारत में डायबिटीज को बढ़ावा दे रहे हैं अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड: एक्सपर्ट
कॉफी, चाय से कम हो सकता है ल्यूपस रोगियों में दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा : अध्ययन
संडे हो या मंडे बेझिझक खाएं अंडे, विशेषज्ञों की राय, कोलेस्ट्रॉल स्तर बढ़ने का डर ‘बेबुनियाद’