देश के 69वें गणतंत्र दिवस पर शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चारों ओर देशभक्ति का जज्बा देखने को मिला। जहां एक तरफ लोग तिरंगे पहनावे में लिपटे दिखे तो वहीं सड़कों पर निकले वाहनों में तिरंगा लहरा रहे थे।
यही नहीं युवाओं ने सोशल मीडिया साइटों पर अपनी देशभक्ति का जज्बा जाहिर किया और ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर रिपब्लिकडे2018 हैशटैग के साथ उन्होंने देश के प्रति अपनी भावनाएं प्रकट की।
युवाओं ने अपने प्रोफाइल पिक्च र्स पर तिरंगे फ्रेम लगाए और चेहरों पर तिरंगा बनाए सेल्फी उतारी और उसे अपलोड किया।
सड़क किनारे रेहड़ी-पटरी वाले तिरंगा बैंड, झंडे और टोपियां बेचते देखे गए। कुछ लोगों ने बाहों पर तिरंगी पट्टियां बनवाई। कई लोगों के चेहरे तिरंगे देखे गए।
देश का संविधान 26 जनवरी, 1950 को प्रभावी हुआ था, और इसी के उपलक्ष्य में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।
अपने चेहरे पर तिरंगा बनाए 11 वर्षीय तन्मय ने आईएएनएस से कहा, “आज के ही दिन हमें हमारा संविधान मिला था। हम उसी का जस्न मना रहे हैं।”
शॉपिंग मॉल और बाजार तिरंगे रंगे दिखे और कई स्थानों पर देशभक्ति के गीत बजते हुए सुने गए।
दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा श्रृंखला जैन (21) ने कहा, “वंदे मातरम की तेज ध्वनि कानों में गई और मेरी नींद खुल गई। कुछ लोगों का एक समूह सड़क से गुजर रहा था और वे वंदे मातरम के नारे लगा रहे थे।”
राष्ट्रपति भवन और संसद भवन सहित सरकारी इमारतों को गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले ही सजावटी बत्तियों से सजा दिया गया है।
राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर कारों, ऑटो रिक्शा और साइकिलों पर लोगों को तिरंगा लगाए जाते देखा गया।
हजारों की संख्या में पुरुषों, महिलाओं ने सुबह की तेज ठंड को दरकिनार कर राजपथ पर आयोजित वार्षिक परेड का दीदार किया।
इस साल के परेड में देश की सैन्य शक्ति और बौद्धिक शक्ति से संबंधित कई झाकियां पहली बार प्रदर्शित की गईं।
इस साल के गणतंत्र दिवस परेड में बतौर मुख्य अतिथि 10 आसियान देशों के राष्ट्राध्यक्ष उपस्थित थे।
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