रायपुर: छत्तीसगढ़ में एक ऐसा गांव भी है, जहां तय तिथि से एक सप्ताह पूर्व ही दिवाली मना ली जाती है। यहां के लोग ऐसा बरसों पुरानी परंपरा और ग्राम देवता के सपने का मान रखने के लिए करते हैं।
छत्तीसगढ़ के धमतरी जिला का यह गांव अपनी अनूठी परंपरा के कारण जाना जाता है। कुरुद विकासखंड की ग्राम पंचायत सेमरा सी में दिवाली 12 अक्टूबर को और गोवर्धन पूजा 13 अक्टूबर को ही मना लिया गया।
ग्राम पंचायत सेमरा सी के सरपंच सुधीर बललाल ने कहा, “सेमरा सी का यह अनूठा पर्व सभी को एकता के सूत्र में पिरोता है। 15 सौ की आबादी वाला यह गांव दीपोत्सव में पांच से छह हजार की आबादी में तब्दील हो जाता है। दूर-दूर से सभी के नाते-रिश्तेदार और आस-पास के गांववासी सेमरा सी आते हैं। खुशियां बांटते हैं। सभी मिलकर पर्व मनाते हैं।”
बललाल ने कहा, “सेमरा सी में 12 अक्टूबर को लक्ष्मी पूजा और 13 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा पर्व मनाया गया। इस बार सेमरा सी के त्योहार में कांकेर जिले के चारमा कसावाही और दुर्ग जिले के तेड़ेसरा से नाचा पार्टी पहुंची थी। गांव में दो रात नाचा कार्यक्रम चला। 12 अक्टूबर को ग्रामवासियों ने अपने-अपने घरों में लक्ष्मी पूजा की।”
उन्होंने कहा, “12-13 अक्टूबर की मध्यरात्रि तीन बजे गौरा-गौरी का जुलूस गांव में निकला। सुबह आठ बजे विसर्जन हुआ। ग्राम देवता सिरदार देव के मंदिर प्रांगण में 13 अक्टूबर की शाम गोवर्धन पूजा हुई। पूजा के बाद गांव के राउतों ने अपने-अपने गौवंश के पशुओं को सौहाई बांधी। गाय को खिचड़ी खिलाई गई और रात में नाच देखा।”
पूर्व सरपंच घनश्याम देवांगन ने कहा, “पूरे देश में जहां दिवाली आज (गुरुवार) मनाई जा रही है, वहीं गांव की परंपरा के अनुसार एक सप्ताह पूर्व ही सेमरा सी में यह पर्व मनाया गया। परंपरा के पालन के लिए गांव के सभी लोग एकजुट हो जाते हैं।”
–आईएएनएस
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