नई दिल्ली| दिल्ली पुलिस जहांगीरपुरी हिंसा के मुख्य आरोपी मोहम्मद अंसार शेख से संबंधित उनकी सोशल मीडिया आईडी के पिछले तीन वर्षों के डेटा को पुन: प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप और फेसबुक को पत्र लिख सकती है।
जांच से जुड़े सूत्रों ने खुलासा किया कि व्हाट्सएप डेटा की मिरर इमेज उनके द्वारा एफएसएल अधिकारियों की मदद से प्राप्त की जाएगी। उन्हें एक सप्ताह के भीतर एफएसएल रिपोर्ट मिलने की संभावना है।
जांच के दौरान अपराध शाखा को पता चला कि अंसार राज मल्होत्रा के नाम से एक फेसबुक अकाउंट चला रहा था। अब अधिकारी चाहते हैं कि उसकी आईडी के पिछले तीन साल का डिलीट किया हुआ डाटा फिर से हासिल किया जाए।
एक सूत्र ने कहा, “यह जानना महत्वपूर्ण होगा कि वह किसके साथ चैट कर रहा था। उसने एक हिंदू नाम (सोशल मीडिया अकाउंट पर) क्यों रखा था। इसके अलावा, अगर वह गैंगस्टर या किसी आतंकी संगठन के संपर्क में भी था, तो हम उस बारे में जान पाएंगे। यह डेटा पूरी साजिश का पर्दाफाश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”
सूत्र ने कहा, “व्हाट्सएप डेटा से हम यह जान पाएंगे कि वह ज्यादातर किसके साथ चैट कर रहा था, क्या उसने पहले इस तरह की योजना बनाई थी या नहीं। व्हाट्सएप डेटा उसके नेटवर्क के बारे में बताएगा जो कि महत्वपूर्ण है।”
पुलिस ने कहा कि वे इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि पिछले तीन वर्षों के दौरान उसने कितने नंबर बदले। सूत्रों ने कहा कि यदि संभव हो तो वे अन्य सोशल मीडिया साइटों को भी पत्र लिखेंगे, अगर उन्हें पता चलेगा कि अंसार उनके प्लेटफॉर्म पर सक्रिय था।
16 अप्रैल को, दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के अवसर पर एक शोभा यात्रा के दौरान विभिन्न समुदायों के दो समूहों के बीच झड़प हो गई थी। हिंसा में कम से कम आठ पुलिस कर्मी और एक नागरिक घायल हो गया।
दिल्ली पुलिस ने रविवार को अंसार को गिरफ्तार कर लिया था और वह फिलहाल पुलिस रिमांड में है। क्राइम ब्रांच यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि जहांगीरपुरी हिंसा के पीछे की साजिश कितनी गहरी है।
–आईएएनएस
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