रांची| झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को अपने कार्यालय में एक साल पूरा कर लिया। इस अवसर पर, रांची के मोराबादी मैदान में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां मुख्यमंत्री ने 1,710.26 करोड़ रुपये की 171 योजनाओं का उद्घाटन किया और 1,529.06 करोड़ रुपये की लागत वाली 59 योजनाओं का शिलान्यास किया।
उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “जब मैंने राज्य की कमान संभाली थी, तब राज्य के खजाने खाली थे। हर विभाग कर्ज में डूबा हुआ था। सरकारी कर्मचारियों को वेतन देने संबंधी एक मुद्दा लंबित था। मैं वादा करता हूं कि राज्य को अगले पांच वर्षो में किसी से मदद लेने के लिए हाथ नहीं बढ़ाना पड़ेगा। केंद्र सरकार और विश्व बैंक से भीख मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी।”
सोरेन ने कहा, “यह गंभीर सोच का विषय है कि एक सरप्लस राज्य घाटे में चला गया और पिछले 20 वर्षो में राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कोई गंभीर विचार नहीं दिया गया।”
सोरेन ने कहा, “ऐसे कई राज्य हैं, जहां कोयला, बॉक्साइट, खदानें नहीं हैं, जो हमारे राज्य में बहुतायत में हैं। इन सभी संसाधनों के बावजूद, हम एक पिछड़े राज्य हैं। राज्य में ऐसे खिलाड़ी हैं जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर नाम और शोहरत कमा रहे हैं। कला और संस्कृति क्षेत्र में बहुत सारे अवसर हैं, लेकिन कोई काम नहीं किया गया।”
इस अवसर पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन, कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आर.पी.एन. सिंह, मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
–आईएएनएस
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