नई दिल्ली:दिल्ली सरकार का शिक्षा विभाग 12वीं बोर्ड के नतीजों में 98 फीसदी रिजल्ट हासिल करने से काफी उत्साहित है। मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं शिक्षकों के साथ एक अहम बैठक की, जिसमें टीम एजुकेशन की मेहनत की सराहना की गई। उपमुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, दिल्ली की टीम एजुकेशन की मेहनत पर आज पूरे देश को गर्व है। आर्थिक मंदी के दौर में ऐसे शानदार रिजल्ट के जरिए हम भविष्य को सुरक्षित कर रहे हैं। बहुत से पैरेंट्स की नौकरी चली गई तथा बहुत से लोगों को व्यवसाय में नुकसान हुआ। जिन लोगों को प्राइवेट स्कूलों की फीस भरने में कठिनाई होगी, उन्हें चिंता की कोई बात नहीं है। उनके बच्चों का भविष्य हमारे सरकारी स्कूलों में सुरक्षित है।
सिसोदिया ने कहा, हमने शिक्षा क्रांति का बड़ा सपना देखा था। हमने स्कूल और बिल्डिंग अच्छी बना दी, ट्रेनिंग भी अच्छी करा दी, और अब नतीजे भी अच्छे आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, पांच साल में शिक्षा विभाग में अद्भुत काम हुए हैं। पहले सरकारी स्कूलों को हीन भावना से देखा जाता था। बच्चों में भी यह भावना थी कि उनके पैरेंट्स के पास पैसों की कमी है, इसलिए उन्हें सरकारी स्कूल में भेजा गया है। लेकिन अब सरकारी स्कूलों के बच्चों ने यह साबित किया कि हम किसी से कम नहीं हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, पहले कहा जाता था कि गरीब लोग अपने बच्चों को पढ़ाना नहीं चाहते हैं। दरअसल पहले सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नहीं होती थी, इसलिए पैरेंट्स बच्चों को स्कूल नहीं भेजते थे। अब दिल्ली के सरकारी स्कूलों की अच्छी पढ़ाई के कारण पैरेंट्स में भी काफी दिलचस्पी जगी है। पैरेंट्स टीचर मीट में भी उनकी भागीदारी अच्छी है।
केजरीवाल ने कहा, इन नतीजों ने यह भी साबित कर दिया कि सरकारी स्कूलों के टीचर किसी से कम नहीं हैं, बल्कि प्राइवेट स्कूलों से भी ज्यादा अच्छे नतीजे ला सकते हैं।
— आईएएनएस
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