नई दिल्ली| दिल्ली में पिछले दो हफ्तों में खासकर 23 मार्च के बाद से नए कोरोनोवायरस के मामलों में खासी तेजी देखी गई है। इस साल 23 मार्च को पहली बार दैनिक आंकड़ा 1,000 को पार किया और कंटेनमेंट जोन की संख्या में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। विगत एक सप्ताह से भी कम समय में 800 नए कंटेनमेंट जोन बने हैं। शनिवार को कोरोना के 1,558 नए मामले दर्ज किए गए। यह संख्या इस वर्ष अब तक सर्वाधिक दैनिक आंकड़ा है। शनिवार और रविवार- इन दो दिनों में 200 नए कंटेनमेंट जोन भी बने।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी शहर में मंगलवार को 1,101 मामले, बुधवार को 1,254, गुरुवार को 1,515 और शुक्रवार को 1,534 मामले दर्ज किए गए थे।
मार्च के पहले सप्ताह के बाद से सकारात्मकता दर उत्तर-पश्चिम, दक्षिण-पूर्व और दक्षिण जिलों में सबसे अधिक रही है, जबकि पूर्व, मध्य और उत्तर-पूर्व के जिलों में उल्लेखनीय वृद्धि नहीं देखी गई है। उत्तर-पश्चिमी जिले में सबसे ज्यादा मामले दर्ज हुए। यहां नए मामले 0.69 फीसदी से बढ़कर 3 फीसदी तक पहुंच गए, जबकि दक्षिणपूर्वी जिले में 0.9 फीसदी से बढ़कर 2.41 फीसदी तक पहुंच गया।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि कोविड-19 मामलों की बढ़ती संख्या के साथ शहर में कंटोनमेंट जोन की संख्या 1,506 हो गई है, जिसमें से लगभग 800 एक सप्ताह में, और 200 को शुक्रवार और शनिवार को जोड़ा गया है।
अधिकतम कंटेनमेंट जाने वाले जिले दक्षिण (416), उत्तर (189) और पश्चिम (181) हैं।
इस बीच, दिल्ली सरकार ने भी कोरोना परीक्षण बढ़ा दिया है। पिछले दो दिनों से प्रतिदिन लगभग 90,000 लोगों परीक्षण किया जा रहा है। सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को पिछले 24 घंटों में 91,703 नए परीक्षण किए गए।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को एक और लॉकडाउन लगाने की संभावना को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था कि यह कोरोना मामलों में वृद्धि को रोकने का समाधान नहीं है।
–आईएएनएस
और भी हैं
सीएम आतिशी ने रोहिणी में नये स्कूल का उद्घाटन किया, कहा- ‘हर बच्चे को वर्ल्ड क्लास शिक्षा देना हमारा मकसद’
दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने जारी की उम्मीदवारों की पहली सूची
दिल्ली में प्रदूषण से हाल बेहाल, कई इलाकों में एक्यूआई 400 पार