भोपाल। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मध्य प्रदेश की इकाई ने विमुद्रीकरण को गरीब और किसानों के लिए लाभकारी बताते हुए इसे महंगाई पर रोक लगाने वाला कदम करार दिया है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने रविवार को बयान जारी कर कहा, “विमुद्रीकरण से खाद्य पदार्थो, दाल, सब्जियों की खुदरा बाजार कीमतों में कमी दर्ज हुई है। मूल्य सूचकांक पिछले दो वर्षो में सबसे निचले स्तर 3़ 41 फीसदी पर पहुंचा है।
इससे आम उपभोक्ताओं को जहां राहत मिली है वहीं बिचौलियों में बैचेनी देखी गई है। नुकसान उनको पहुंचा है जो किसान और उपभोक्ता के बीच मुनाफा कमाते थे। उत्पादक और उपभोक्ता दोनों का शोषण करते थे। यह विमुद्रीकरण का सुफल है।”
उन्होंने कहा कि विमुद्रीकरण से जमाखोरी पर अंकुश लगा है, जमाखोरो की हिम्मत पस्त पड़ गई है। विमुद्रीकरण का असल मकसद गरीबों को राहत पहुंचाना था।
आंकड़े यह सिद्घ कर चुके हैं कि गरीबों को विमुद्रीकरण से भले अस्थायी हैरानी, परेशानी हुई, लेकिन अंत भला सो सब भला ही कहा जाएगा। केंद्र सरकार को राजस्व वसूली से लाभ पहुंचा है। सरकारी खजाने और बैंकों के काउंटरों पर धन का अभाव नहीं रहा है, जिससे ब्याज दरें घटा दी गई हैं।
(आईएएनएस)
और भी हैं
देश में गठबंधन हो रहा मजबूत, रणनीति के तहत बदली उपचुनाव की तारीख : डिंपल यादव
झारखंड : एनडीए में सीट शेयरिंग पर बनी सहमति, जानिए भाजपा कितने सीटों पर लड़ेगी चुनाव
17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे नायब सिंह सैनी, तैयारियां तेज