चंडीगढ़| पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) की ऐतिहासिक जीत के बाद भगवंत मान ने गुरुवार को कहा कि राज्य के नए मंत्रिमंडल की शपथ शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव में होगी।
संगरूर में अपने घर के बाहर लोगों को संबोधित करते हुए मान ने सभी पंजाबियों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, “आपने अपनी जिम्मेदारी बखूबी पूरी की, अब जिम्मेदारी निभाने की बारी मेरी है।”
उन्होंने कहा, “हमारी मंशा अच्छी है और इसीलिए पंजाब की जनता ने हम पर भरोसा किया है। मेरा विश्वास करो, एक महीने में बदलाव दिखाई देगा। अब आपको सरकारी दफ्तरों में नहीं जाना पड़ेगा। सरकारी अधिकारी आपके कामों में बाधा नहीं डालेंगे। बहाना बनाएंगे। अब नौकरशाह आपके घरों और इलाकों में आपका काम करने आएंगे।”
मान ने विरोध्ी दलों पर तंज कसते हुए कहा, “उन्होंने हमें गालियां दीं, हमें बदनाम करने की कोशिश की, लेकिन हमने सभी को माफ कर दिया, बशर्ते वे अब साढ़े तीन करोड़ पंजाबियों का सम्मान करने लगे।”
धूरी सीट से 58,206 मतों के अंतर से जीत दर्ज करने वाले मान ने कहा कि कांग्रेस-अकाली दल की सरकारों के दौरान पंजाब के संबंध में निर्णय मोती महल, सिसवान फार्म हाउस और बड़ी हवेलियों में लिया जाता था। अब पंजाब की सरकार गांवों और मोहल्लों से चलेगी।
मान ने कहा, “जिन लोगों ने हमें वोट नहीं दिया, उन्हें किसी तरह के संदेह या डर की जरूरत नहीं है। मैं उनका भी मुख्यमंत्री हूं। मेरे मन में सबके प्रति समान प्यार और सहानुभूति है। हम पंजाब को फिर से समृद्ध बनाने के लिए काम करेंगे।”
उन्होंने कहा कि वह बेरोजगारी को लेकर चिंतित हैं। “बेरोजगार युवा विदेश जाने को मजबूर हैं या नशे के दलदल में फंस गए हैं। महंगी उच्च शिक्षा और रोजगार की कमी के कारण पंजाब पैसा और प्रतिभा खोता रहा है। मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभालने के बाद पहले दिन से ही मैं पंजाब से बेरोजगारी मिटाने के लिए काम शुरू कर दूंगा।”
मान ने दोहराया कि पंजाब के सरकारी दफ्तरों में मुख्यमंत्री और नेताओं की तस्वीरें नहीं लगेंगी। सरकारी दफ्तरों में शहीद-ए-आजम भगत सिंह और बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की तस्वीरें लगाई जाएंगी।
उन्होंने कहा, “भगत सिंह ने हमारी आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और अपने जीवन का बलिदान दिया और आजादी के बाद बाबा साहेब ने देश का संविधान लिखकर हमें आजादी और समानता का अधिकार दिया। उनके मूल्यों का पालन करना और उनके सपनों को पूरा करना हमारा कर्तव्य है।”
मान ने कहा कि उन्हें उन पंजाबियों पर गर्व है जो भगत सिंह की क्रांति को जीवित रखे हुए हैं।
उन्होंने कहा, “एक पंजाबी के रूप में भगत सिंह के मार्ग पर चलना और उन्हें सम्मान देना हमारा कर्तव्य है। पहले पंजाब के मुख्यमंत्री राजभवन में शपथ लेते थे। मैं भगत सिंह के गांव खटकर कलां में मुख्यमंत्री पद की शपथ लूंगा।”
मान से पहले, उनकी छोटी बहन मनप्रीत कौर और उनकी मां हरपाल कौर ने सभा को संबोधित किया और मान को मुख्यमंत्री के रूप में चुनने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया।
लोगों को संबोधित करने से पहले मान की मां हरपाल कौर ने बेटे को गले लगाया और भावुक हो गईं।
अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आप ने पंजाब में फीनिक्स पक्षी की तरह राख से उठकर पहली जोरदार जीत दर्ज की। इस पार्टी ने राजनीति के पारंपरिक खिलाड़ियों को हरा दिया, जिन्होंने सात दशकों से अधिक समय तक इस सीमावर्ती राज्य पर अपना दबदबा कायम रखा। आप ने विधानसभा की 117 में से 92 सीटों पर जीत हासिल की।
–आईएएनएस
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