जयपुर। राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आज ( 15 मई, 2017) को राजस्थान के जयपुर में ‘ भारत में संसदीय लोकतंत्र का इतिहास’ विषय पर प्रथम भैरों सिंह शेखावत स्मारक व्याख्यान दिया।
गौरतलब है कि चामलिंग पिछले 23 वर्षों से सिक्कम के मुख्यमंत्री है। उनके नेतृत्व में सिक्क्मि ने काफी तरक्की है। सिक्किम को ईको—फ्रेंडली स्टेट के रुप में भी जाना जाता है।
बिड़ला आॅडिटोरियम में आयोजित पहले लेक्चरर कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि उनका भैरों सिंह शेखावत के साथ चार दशक का नाता रहा।
उन्होंने इस अवसर पर सिक्किम के मुख्यमंत्री श्री पवन कुमार चामलिंग को सार्वजनिक सेवा में प्रथम भैरों सिंह शेखावत लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से भी सम्मानित किया।
उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति महोदय ने कहा कि वह हमारे पूर्व उप राष्ट्रपति श्री भैरों सिंह शेखावत की याद में गठित प्रथम स्मारक व्याख्यान देने में गर्व का अनुभव कर रहे हैं जो एक असाधारण राजनेता तथा आम आदमी से जुड़े नेता थे।
राष्ट्रपति महोदय ने कहा कि श्री शेखावत और मैंने मित्रता का एक लंबा समय साझा किया। दोनों 1970 के दशक में एक साथ राज्य सभा में थे।
इस मौके पर पंजाब के राज्यपाल बदनौर ने मुख्यमंत्री से राजे से जयपुर एयरपोर्ट का नाम भैरों सिंह शेखावत पर रखने की मांग की। बदनौर ने कहा कि मुख्यमंत्री राजे और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बिना यह मुमकिन नहीं है।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत को याद किया। राजे ने कहा कि भैरों सिंह जी कहते थे कि राजनीति में केवल विरोधी होते है कोई दुश्मन नहीं होता। राजे ने कहा कि उन्हें भैरों सिंह शेखावत का आर्शीवाद हमेशा मिला है।
कार्यक्रम में राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह, पंजाब के राज्यपाल वी. पी. सिंह बदनौर, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत थी उपस्थित थे।
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