नई दिल्ली, 27 सितंबर । केंद्रीय आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव ने शुक्रवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि आयुर्वेद हर घर तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय इस दिशा में लगातार काम कर रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि साल 2014 से पहले हुए सर्वेक्षण के दौरान सात-आठ फीसदी लोग ही आयुर्वेद के बारे में जानते थे। लेकिन, साल 2020 में कोरोना महामारी के दौरान हमने देखा कि लोगों ने आयुर्वेद को अपनाया। हाल में हुए सर्वेक्षण के दौरान, आंकड़ा सामने आया है कि 95 फीसदी लोग आयुर्वेद के बारे में जानने लगे हैं जो काफी अच्छा है। उन्होंने बताया कि 29 अक्टूबर को 9वां आयुर्वेद दिवस को मनाया जाएगा। आयुर्वेद दिवस हर साल धनवंतरी जयंती के शुभ अवसर पर मनाया जाता है, जिसे धनतेरस के नाम से भी जाना जाता है। वर्ष 2016 से शुरू हुए ‘आयुर्वेद दिवस’ को हर साल मनाया जाता है। आयुर्वेद दिवस को लेकर एक महीने तक पूरे देश में अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान आयुर्वेद दिवस से जुड़ी विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
आयुष मंत्रालय की देखरेख में जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। कई तरह की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर मंत्रालय के 100 दिन के कामकाज का ब्योरा दिया। उन्होंने कहा कि 100 दिन के भीतर वरिष्ठ नागरिकों के लिए शिविर आयोजित कराए गए। देशभर में 14,692 आयुष शिविर आयोजित किए गए। इन शिविरों में बुजुर्गों को स्वास्थ्य संबंधी परामर्श दिए गए जिसमें आयुर्वेद, योग, यूनानी, और होम्योपैथी प्रणाली शामिल थी। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद पर मलेशिया के साथ समझौता हुआ है। वहीं, आयुर्वेद के डॉक्टरों को प्रैक्टिस करने में सुविधा हो, आम जनमानस को एक स्टोर पर होम्योपैथी, यूनानी और आयुर्वेद की दवाएं मिल सकें। इसे लेकर तहसील-ब्लॉक तक आयुष के औषधीय केंद्र खोले जाएंगे। यह हमारा संकल्प है और इसे जल्द ही पूरा किया जाएगा।
–आईएएनएस
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