चेन्नई| अभिनेता-राजनेता कमल हासन के पुराने आवास के बाहर होम क्वारंटीन का नोटिस लगने के कुछ घंटों बाद ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन ने उसे यह कहते हुए हटा दिया कि यह गलती से लग गया था। हालांकि, पार्टी के प्रवक्ता का मानना है कि यह राज्य सरकार द्वारा परेशान करने के अलावा कुछ नहीं है।
निगम उन सभी लोगों के आवासों के बाहर ऐसे नोटिस लगा रहा है, जो विदेशों से लौटे हैं, जहां कोरोनावायरस महामारी का प्रकोप अधिक है।
पार्टी के एक कार्यकर्ता मुराली अप्पास ने आईएएनएस से कहा, “कमल हासन इस साल जनवरी से भारत में ही हैं। उन्होंने विदेश यात्रा नहीं की है। यह इमारत अब मक्कल निधि माइम (एमएनएम) का पार्टी कार्यालय है। यहां सुरक्षाकर्मी थे। सुरक्षाकर्मी से बिना कोई पूछताछ किए अधिकारियों ने रात के दौरान घर पर क्वारंटीन नोटिस चिपका दिया और चले गए।”
उनके अनुसार, क्या अधिकारियों को नोटिस को चिपकाने से पहले गृहस्वामी से उस व्यक्ति की स्थिति के बारे में पूछताछ नहीं करनी चाहिए जो विदेश से लौटे थे और उन्हें बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी जानकारी दी गई थी?
अप्पास ने आश्चर्य जताते हुए कहा, “कमल हासन के भारत में होने के बावजूद चेन्नई कॉरपोरेशन ‘होम क्वारंटीन’ नोटिस में उनके नाम का उल्लेख कैसे कर सकता है।”
उनके अनुसार, यह स्थानीय सरकार द्वारा तंग करने के अलावा कुछ भी नहीं है। हाल ही में हमारे राजनेता को पुलिस ने बुलाया था और ‘इंडियन’ फिल्म शूटिंग स्थल पर हुई दुर्घटना के संबंध में कई घंटों तक पूछताछ की थी।
इस बीच, कमल हासन ने एक बयान में कहा कि वह पिछले कुछ सालों से उस इमारत में नहीं रह रहे हैं और पार्टी कार्यालय का काम वहीं से होता है।
कमल हासन ने कहा, “इसलिए, जो खबर बताई गई है, वह सही नहीं है। एहतियात के तौर पर, मैंने सामाजिक दूरी बना रखी है।”
–आईएएनएस
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