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बीरभूम हिंसा – भाजपा ने लोक सभा में ममता सरकार पर साधा निशाना, केंद्र सरकार से की हस्तक्षेप की मांग

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा को लेकर भाजपा ने राज्य की ममता सरकार के खिलाफ सड़क से लेकर संसद तक मोर्चा खोल रखा है। भाजपा पश्चिम बंगाल में जारी राजनीतिक हिंसा और लगातार बिगड़ रही कानून व्यवस्था के मुद्दे के जरिए ममता बनर्जी की कार्यप्रणाली को लेकर राजनीतिक संदेश देने की कोशिश कर रही है। इसी रणनीति के तहत पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसदों ने बुधवार को लोक सभा में जोर-शोर से बीरभूम हिंसा का मामला उठाया और ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

शून्यकाल के दौरान , पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं बालुरघाट से लोक सभा सांसद सुकांत मजूमदार ने सदन में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस से संबंध एक नेता की हत्या का बदला लेने के लिए वहां हिंसा की गई । इस दौरान पांच घरों में आग लगा दी गई और लोगों को बाहर भागने से रोकने के लिए दरवाजे पर ताला लगा दिया गया। इस घटना में मारे गए लोगों में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग शामिल हैं।

मजूमदार ने पिछले सात दिनों के दौरान राजनीतिक हिंसा में कई लोगों के मारे जाने का दावा करते हुए आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। उन्होंने संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकार का प्रयोग करते हुए केंद्र सरकार से उचित अनुच्छेद के तहत राज्य में हस्तक्षेप करने की मांग भी की।

भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने भाजपा से इस मामले में राजनीति नहीं करने को कहने के साथ ही यह भी बताया कि उन्होंने इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का समय मांगा है।

आपको बता दें कि, भाजपा सदन से बाहर भी लगातार इस मुद्दे के जरिए ममता बनर्जी को घेरने और उनकी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं पर निशाना साधने की कोशिश कर रही है। इस मामले को लेकर मंगलवार को भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर कार्रवाई करने की मांग की थी, तो वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पांच नेताओं की समिति बना कर उन्हें घटना स्थल की जांच कर रिपोर्ट देने को भी कहा है।

–आईएएनएस

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