भोपाल | मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस की महामारी से निपटने और उसकी रोकथाम के लिए लोग कारगर हथियार खोज रहे हैं। इसी कोशिश के चलते स्क्रीन शीट मास्क तैयार किया गया है, जिसकी लागत महज 10 रुपये आई है। इस मास्क में घरेलू सामान का उपयोग किया गया है, इसीलिए इसे जुगाड़ू मास्क नाम दिया गया है, जबकि यही मास्क अन्य देशों में 200 रुपये की लागत से बनता है। यह अनोखा इनोवेशन दो युवाओं ने किया है। एक हैं शोभित नाथ शर्मा और पर्वतारोही मेघा परमार। शोभित व्यापारी, पर्वतारोही, बाईक राइडर हैं और मेघा परमार प्रदेश की प्रथम महिला हैं, जिन्होंने माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की है। इसके अलावा इन्होंने चार अन्य महाद्वीप की भी पर्वतारोही रहीं। मेघा राज्य सरकार की बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एम्बेसडर हैं।
दोनों ने मिलकर यह मास्क जुगाड़ू मास्क घरेलू चीजें और स्टेशनरी की कुछ आवश्यक चीजों से केवल मात्र 10 रुपये में तैयार किया है। इस मास्क को बनाने में केवल एक इलास्टिक की 40 सेंटीमीटर रबर, पारदर्शी फिल्म और डबल साइड टेप का उपयोग किया गया है।
यह मास्क मेघा और शोभित द्वारा मास्क डॉक्टर, पुलिस अफिसर, सफाई कर्मचारियों को अपनी पॉकेट मनी से बनाकर वितरित किए जा रहे हैं। कई चिकित्सकों द्वारा इस मास्क का उपयोग किया जा रहा है। वहीं पुलिस बल अपने कई अन्य और संसाधनों में इस तरह के स्क्रीन शीट मास्क बनवा रहे हैं।
मेघा और शोभित इस मास्क को बनाने के पीछे की कहानी का जिक्र करते हुए बताते है कि जब सच्चे दिल से हम चाहते हैं कि किसी की मदद करें तो कहीं ना कहीं से कोई ना कोई उपाय आता ही है। हम घर में बैठे थे और चाहते थे कि लोगों की मदद करें, तो यह आइडिया शोभित को आया तो उन्होंने इसे बनाने के बाद इसको नाम दिया- जुगाड़ू स्कीम शीट मास्क।
इस मास्क का उपयोग करने से खांसने छिंकने का असर एक दूसरे पर नहीं होगा। इतना ही नहीं इस मास्क का दूसरे दिन सैनिटाइजर से साफ करके पुन: उपयोग किया जा सकता है। मेघा और शोभित ने कई दिनों से लगातार मास्क को बनाकर वितरित कर रहे हैं।
यह मास्क कैसे बनाया जा सकता है, इसका मेघा और शोभित ने एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा भी किया है। उन्होंने लोगों से कहा कि अपनी सुरक्षा के साथ अन्य लोगों की मदद के लिए इस तरह से मास्क बनाएं और जरुरतमंदों केा बांटें भी।
–आईएएनएस
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