‘अंतर्राष्ट्रीयबालिकादिवस’ केउपलक्ष्य में विवेकानंद इंस्टिट्यूट ऑफ़ प्रोफेशनल स्टडीज विवेकानंद स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एवं भागीदारी जन सहयोग समिति के परस्पर सहयोग सहयोग से महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराध से बचाव विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया l वेबिनार में इंस्टिट्यूट की प्रिंसिपल प्रो० ( डॉ०) अनुराधना जैन ने सभी अतिथियों का स्वागत किया l अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश नम्रता अग्रवाल अतिरिक्त सचिव दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण ने महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराध की संवेदनशीलता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि अनजाने में की गयी गलती से किस प्रकार एक महिला डिप्रेशन में आ गई और उसे डिप्रेशन से किस तरह राज्य प्राधिकरण ने बाहर निकाला i उन्होंने सभी छात्र छात्राओं को सचेत किया कि सोशल मीडिया विशेषकर फेसबुक पर सावधानी बरतना बहुत आवश्यक है l फिर भी यदि अनजाने में गलती हो जाये और साइबर अपराधी ब्लैकमेल करे तो झिझके नहीं l अपने घर के सदस्यों को जानकारी साझा करें l पुलिस को तुरंत सूचित करे l साइबर अपराधी को कानून के शिकंजे तक पहुंचने में दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण के राजधानी के 11 जिला प्राधिकरण में महिलाओं के लिए निशुल्क कानूनी सहायता का प्रावधान हैं और आवश्यकता पड़ने पर निशुल्क वकील की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाती है l
कर्नल सिंह 1984 बैच के आई० पी० एस० एवं पूर्व निदेशक प्रवर्त्तन निदेशालय भारत सरकार ने बताया कि साइबर अपराधी कितना भी चालाक हो , पुलिस की गिरफ्त से नहीं बच सकता l उन्होने बताया कि भारत सरकार के साइबर सेल पोर्टेल पर जाकर पीड़िता शिकायत कर सकती है l जो पूरे देश के राज्य एवं सम्बंधित जिले के साइबर सेल को अविलम्ब कार्रवाही के लिए भेजी जाती है l राजधानी दिल्ली के साइबर सेल दिल्ली पुलिस एवं पुलिस के थाने में भी जाकर शिकायत दर्ज की जा सकती हैl एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने बताया कि यदि साइबर अपराधी अपने मोबाइल से आपत्तिजनक फोटो , जिसके आधार पर ब्लैक मेल करे , वह डीलीट कर देता है तो भी सबूत मिटते नहीं l कर्नल सिंह ने सावधान किया कि अनजान से फेसबुक पर मित्रता मंहगी पड़ सकती है l साइबर शिकारी आपकी लाहपरवाही की ताक पर रहते है l विश्व विख्यात साइबर लॉ एक्सपर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडिया के वरिष्ठ अधिवक्ता पवन दुग्गल ने कहा सोशल मीडिया पर काम करना आज के दौर में बहुत चुनौती पूर्ण है l सरकार, सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडिया एवं राज्य के हाई कोर्ट साइबर अपराध रोकथाम के लिए संवेदनशील एवं प्रयासरत है l किन्तु साइबर की दुनिया बहुत बड़ी है l आज आवश्यकता है कि हम साइबर सिक्योरिटी पर अध्धयन करेl सावधानी बरते , साइबर अपराध के शिकार ना हो और अनजाने में शिकार हो जाये तो आवाज उठाये , तुरंत शिकायत दर्ज कराएं l जिससे अपराधी को कानून का डर रहे l
भागीदारी जन सहयोग समिति के महासचिव विजय गौड़ ने आगाह किया कि फेसबुक फ्रेंड्स की संख्या बढ़ाने की दौड़ में फेसबुक पर अपराधी दोस्त बनाने से बचे , जो जीवन की सबसे बड़ी गलती होगी और पश्चाताप का कारण भी बन सकती है l इंस्टिट्यूट के स्कूल ऑफ़ लॉ के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ० सुब्बा रॉव ने साइबर लॉ में उपलब्ध प्रावधानों की विस्तृत रूप में व्याख्या की l सेंटर अगेंस्ट साइबर बुलिंग के युथ कोआर्डिनेशन साक्षर ने सोशल मीडिया एवं विडिओ कॉन्फ़्रेंसिंग प्लेटफॉर्म प्रयोग में सावधानी बरतने पर बल दिया l अंत में कार्यक्रम का समापन लवी वत्स के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ, जिन्होंने विशेषज्ञों, वीआईपीएस के प्रबंधन, भागीदारी जन सहयोग समिति, प्रोफेसर (डॉ.) अनुराधा जैन, प्रिंसिपल, विवेकानंद इंस्टिट्यूट ऑफ़प्रोफेशनल स्टडीज और छात्र समन्वयकों को उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया,जिन्होंने वेबिनार को सफल बनाया।
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