विजयपुरा (कर्नाटक): संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला और उन पर असहिष्णु होने का आरोप लगाया।
उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि उनके भाषणों से से गरीबों का पेट नहीं भरेगा। मोदी की एक चुनावी रैली से कुछ घंटे बाद एक रैली को संबोधित करते हुए सोनिया ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कर्नाटक के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया।
सोनिया ने दो वर्ष बाद किसी रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “मोदीजी कांग्रेस-मुक्त भारत की बात करते हैं। कांग्रेस-मुक्त भारत को छोड़िए, वह तो अपने सामने किसी को भी बर्दाश्त नहीं कर सकते।”
उन्होंने कहा कि मोदी एक अच्छे वक्ता हो सकते हैं लेकिन केवल भाषण लोगों की परेशानियों को हल नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा, “उन्हें अपनी वाकपटुता पर गर्व है। अगर उनकी वाकपटुता से गरीबों का पेट भरता है, तो उन्हें अवश्य ही और ज्यादा बोलना चाहिए। भाषण भूखे लोगों का पेट नहीं भर सकते। भाषण महिलाओं को सशक्त नहीं बना सकते, बीमारियों से ग्रस्त लोगों का उपचार नहीं कर सकते, यह रोजगार पैदा नहीं कर सकते। इन सबके लिए आपको मजबूत प्रतिबद्धता, दृढ़ संकल्प और नेक इरादा चाहिए।”
उन्होंने ‘गरीबों और किसानों के हित में कदम उठाने के लिए’ सिद्धारमैया सरकार की सराहना की।
सोनिया ने कहा, “भाजपा के लोग आते हैं, फर्जी वादे करते हैं, नफरत फैलाते हैं और वापस लौट जाते हैं। मुझे पता है कि आप उनके जुमलों से पर्दा उठा देंगे और स्पष्ट बहुमत के साथ कांग्रेस की सरकार बनाएंगे।”
उन्होंने कहा कि भाजपा ने भ्रष्टाचार समाप्त करने का वादा किया था लेकिन वे एक लोकपाल नियुक्त करने में विफल रहे।
सोनिया ने रेड्डी बंधुओं पर लगे आरोपों और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे ‘जय शाह की कंपनी के टर्नओवर के अचानक बढ़ जाने’ के मुद्दे पर भी मोदी पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, “भ्रष्ट्राचार समाप्त करने का उनका मॉडल क्या है। कर्नाटक में जहां भी वह रैली करते हैं, उनके आस-पास वही लोग रहते हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया कि सिद्धारमैया ने मोदी से मिलने का समय मांगा था लेकिन मोदी ने उनसे मुलाकात नहीं की।
उन्होंने कहा, “मोदी ने कर्नाटक के लोगों का अपमान किया है। यह आश्चर्यजनक है कि सूखे से ग्रस्त राज्यों को करोड़ों रुपये दिए गए, लेकिन कर्नाटक को बहुत कम दिया गया। यह किसानों के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा था। क्या यही आपका ‘सबका साथ-सबका विकास’ है?”
उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में मोदी सरकार ने केवल एक काम किया है और वह है यूपीए सरकार के अच्छे कार्य को समाप्त करने का है।
सोनिया ने मोदी पर झूठ फैलाने और ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया।
सोनिया ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राजनीतिक लाभ के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की विरासत का उपयोग करने और गलतबयानी से देश स्तब्ध है।”
–आईएएनएस
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