नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सोमवार को घोषणा की कि सरकार चार करोड़ ग्रामीण परिवारों को मुफ्त बिजली कनेक्शन देगी, ताकि गरीबों के घरों में भी बिजली की रोशनी उपलब्ध हो सके। वहीं, भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उन्होंने कहा कि आतंकवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।
मोदी ने कहा कि मुफ्त बिजली कनेक्शन के निर्णय के क्रियान्वयन पर 16,320 करोड़ रुपये लागत आएगी, जिसका बोझ गरीबों पर नहीं डाला जाएगा।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण परिवारों के घर कनेक्शन दिए जाएंगे और इसके लिए उन्हें सरकारी अधिकारियों के पास नहीं जाना होगा।
प्रधानमंत्री ओएनजीसी के नवीनीकृत भवन में ‘सहज बिजली हर घर योजना’ के लांच अवसर पर बोल रहे थे। यह योजना प्रत्येक घर को बिजली उपलब्ध कराएगी। इस भवन का नाम भारतीय जनता पार्टी के विचारक दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रखा गया है।
इस योजना का लक्ष्य 31 मार्च, 2019 तक देश के सभी घरों को बिजली कनेक्शन मुहैया कराना है।
प्रधानमंत्री ने योजना को लांच करने के बाद कहा, “हम उन परिवारों का ख्याल करते हैं, जिनके पास बिजली के कनेक्शन नहीं हैं। हमारा मकसद सौभाग्य योजना के जरिए उनके जीवन में रोशनी लानी है।”
इससे पहले, भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध सरकार की लड़ाई ‘बिना समझौते वाली’ है इसमें संलिप्त कोई भी बच नहीं सकता।
उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी और बताया कि 90 कट्टर वांछित आतंकवादियों को प्रत्यर्पित कर अन्य देशों से भारत लाया गया है।
मोदी ने कहा, “भ्रष्टाचार के विरुद्ध मेरी लड़ाई बिना समझौते के जारी रहेगी और इसमें संलिप्त किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। मेरा कोई संबंधी नहीं है।”
उन्होंने कहा कि विपक्षियों ने सत्ता का इस्तेमाल उपभोग की वस्तु के तौर पर किया। उन्हें यह नहीं पता है कि विपक्ष में कैसे बैठा जाए। कटुभाषा सरकार के खिलाफ सारगर्भित आरोप का विकल्प नहीं हो सकती।
प्रधानमंत्री के बंद कमरे में दिए भाषण के बारे में वित्तमंत्री अरुण जेटली ने मीडिया को बताया, “प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा सिर्फ चुनाव लड़ने और जीतने वाली परंपरागत पार्टी नहीं है, बल्कि लोगों के लिए सेवा का साधन है।
मोदी ने कहा कि लोकतंत्र इससे ऊपर है। एक राजनीतिक संगठन के लिए चुनाव केवल एक हिस्सा होना चाहिए और इसका मुख्य प्रयास जन भागीदारी होना चाहिए। जब तक कोई राजनीतिक कार्यकर्ता इसमें भाग नहीं लेगा, यह सफल नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी होने के संबंध में भी कहा और गरीबों के जनकल्याण के लिए आधारकार्ड आधारित योजनाओं और एलईडी बल्ब योजना का जिक्र किया।
वहीं, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा पूरी तरह से राजनीति में वंशवाद व तुष्टिकरण का विरोध करती है और सिर्फ प्रदर्शन की राजनीति में विश्वास रखती है।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में शाह ने कहा कि सरकार देश के लोगों की मुश्किलों को खत्म करने की तरफ काम कर रही है और आतंकवाद व भ्रष्टाचार से लड़ रही है।
शाह ने बंद कमरे में भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों को संबोधित किया। बैठक की मुख्य बातों की जानकारी रेलमंत्री पीयूष गोयल ने मीडिया को दी।
गोयल ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष शाह ने राहुल गांधी पर भारत में वंशवाद की राजनीति होने की बात कहकर राष्ट्र की गरिमा को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।
शाह ने कहा कि भाजपा का सुशासन व प्रदर्शन पर हमेशा से जोर रहा है, जिससे भाजपा के नेताओं को वहां पहुंचने में मदद मिली, जहां वे आज हैं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, सभी भाजपा नेता अपनी विनम्र पृष्ठभूमि और कठिन परिश्रम की बदौलत अपने पदों पर पहुंचे।
शाह ने राहुल गांधी पर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के शासन के दौरान हुए घोटालों को लेकर सवाल उठाया। शाह ने संप्रग शासन में 12 लाख करोड़ रुपये का घोटाला बताया।
शाह ने अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों की सराहना की और नोटबंदी व वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) जैसे कार्यो की तारीफ की।
उन्होंने कहा, “मौजूदा समय में जिस तरह से हमारी सरकार ने सफलतापूर्वक अर्थव्यवस्था पर काम किया है, उसे इस तथ्य से समझा जा सकता है कि राजकोषीय घाटा 3.5 फीसदी पर आ गया है और चालू खाता घाटा 0.6 फीसदी है, मुद्रास्फीति दो अंकों से 3 फीसदी पर आ गई है।”
उन्होंने कहा कि देश में अब एक ऐसा मौहाल है कि सरकार कालेधन से सख्ती से निपट रही है और इसे बढ़ने नहीं दे रही है।
आतंकवाद का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि सरकार ने आतंकवाद व नक्सलवाद पर अतुलनीय सफलताएं हासिल की हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने हाल में चीन के साथ सिक्किम के निनकट डोकलाम में भारत के साथ गतिरोध पर भी चर्चा की। शाह कहा कि इस गतिरोध में भारत ने पूरी दुनिया के समक्ष अपनी निर्णायकता व दृढ़ता प्रदर्शित की।
शाह ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण की तारीफ की, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान पर आतंकवाद को लेकर हमला किया था।
बैठक में 13 राज्यों के मुख्यमंत्री, छह उप मुख्यमंत्री, 60 कैबिनेट मंत्री, 232 राज्य मंत्री, 515 विधायक और 334 सांसद उपस्थित थे।
–आईएएनएस
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