नई दिल्ली। ऑल इंडिया माइनोरिटी फ्रंट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सवाल किया है कि बिहार चुनाव में धारा 370 का मुद्दा उठाने की क्या जरूरत पड़ गई। क्या यह विषय बिहार का मुद्दा है। उन्हें बताना चाहिए कि बिहार के 30-40 लाख मजदूर जब अपने गांव प्रदेश लौट रहे थे उन्हें लौटने का साधन क्यों नहीं उपलब्ध कराए। उनके स्वास्थ्य और भोजन की परवाह क्यों नहीं की। फ्रंट का आरोप है कि मोदी बार बार धारा 370 की बात करके कश्मीर में अलगाववाद को हवा दे रहे हैं और कश्मीर की जनता को मुख्यधारा में बने रहने से रोक रहे हैं। ऑल इंडिया माइनोरिटी फ्रंट के अध्यक्ष एस एम आसिफ ने पटना से जारी अपने बयान में कहा कि बिहार के सैनिकों को चीन ने सीमा पर मार डाला और आप ने आज तक बदले की कोई कार्रवाई नहीं की। वे पुलवामा की बात करते हैं बिहार के शहीदों की बात करते हैं। पर वो यह नहीं बताते कि आखिर किसकी वजह से वे मारे गए। आसिफ ने कहा कि गलवान घाटी के शहीद परिवारों को सिर्फ पारितोषिक देने से बिहार के जख्मों पर मरहम नहीं लगने वाला है। प्रधानमंत्री को हिम्मत कर के अपने शहीदों का चीन से बदला लेना चाहिए। चीन से हर तरह का व्यापार रोकना चाहिए। लेकिन वे तो चीन का नाम लेने की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं।
आसिफ ने कहा कि छह साल हो गए मोदी को देश चलाते हुए उन्हें बताना चाहिए देश गरीबी और भुखमरी के मामले में विश्व में 94 पायदान पर कैसे पहँुचा। और यह भी बताएं बिहार के स्वाभिमानी लोग फटेहाल क्यों हैं। बुलेट ट्रेन की बात करने वाले मोदी यह बताएं कि उन्होंने बिहार पर पर निर्भरता क्यों थोप रखी है। बिहार में उद्योग और कृषि का विकास क्यों नहीं हुआ। आसिफ ने कहा कि उन्होंने ही कहा था कि सबका साथ सबका विकास, बिहार ने उनका साथ दिया लेकिन विकास सिर्फ उन तक सीमित क्यों रह गया। बिहार के मजदूरों को आप बैल गाड़ी उपलब्ध भी न दें और खुद आठ अरब रुपये से अधिक वाले शाही विमान में यात्रा करें।
आसिफ ने कहा कि बिहार में इस बार प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबन्धन ने अपने झंडे गाड़ दिए हैं। जनता प्रधानमंत्री मोदी सहित बिहार में राज कर चुके दलों को बाहर का रास्ता दिखाएगी। जिसने बिहार की जनता के साथ धोखा किया उन सबको इस बार जनता मजा चखाएगी।
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