नई दिल्ली। ऑल इंडिया माइनोरिटी फ्रंट ने कहा है कि बिहार चुनाव में अपनी पराजय को देख कर भाजपा अपने अलगाववादी एजेंडे पर उतर आई है, अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए वह अब फिर से सीएए और एनआरसी का सवाल जोर शोर से उठाने लगी है। माइनोरिटी फ्रंट ने कहा है कि दिल्ली विधान सभा चुनाव के समय भी गृह मंत्री अमित शाह ने इन्हीं सवालों को जोर शोर से उठाते हुए अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाया था लेकिन दिल्ली की जनता ने भाजपा के अलगाववादी एजेंडे को नकारते हुए चुनाव में बुरी तरह से हरा दिया।
ऑल इंडिया माइनोरिटी फ्रंट के अध्यक्ष एस एम आसिफ ने यहां जारी बयान में कहा है कि अमित शाह और जेपी नड्डाï से भरोसा उठने के बाद गैर राजनैतिक रहने का मुखौटा लगाए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत अब मैदान में उतर आए हैं , वह खुद सीएए के पक्ष में बयान दे रहे हैं। आसिफ ने कहा कि उन्हें इतना ही राजनीति का शौक है तो सीधे राजनीति में उतर आएं। भागवत जी आपके इस एजेंडे को देश और बिहार समझ चुका है। आप किसी तरह की गलतफहमी ने न रहें। आसिफ ने साफ साफ कहा कि कोई शक नहीं कि विदेशी शक्तियां हमें बांटना चाहती हैं, और भाजपा इस साजिश को सफल करने के लिए सीएए व एनआरसी जैसे विषय को बार बार हवा दे रही है। उन्होंने कहा कि बिहार और देश की जनता इस षडयंत्र को सफल नहीं होने देगी।
आसिफ ने कहा कि यह खुशी की बात है कि बिहार में भाजपा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सम्प्रदायिक एजेंडा नहीं चल सका। लेकिन उन्होंने बिहार के स्वाभिमान सम्मान को चूर चूर कर प्रदेश को दयनीय हालत में पहँुचा दिया है। इस चुनाव में इस स्थिति से बिहार को उबारना है।
आसिफ ने कहा कि लाखों लोगों को भूखा रखने वाले अब ये नेता बिहार में 19 लाख रोजगार देने की बात कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि एनएडी के प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश पहले यह बताएं कि बिहार में कोरोना महामारी के दौरान कितने लाख लोग बेरोजगार हुए? जो बेरोजगारी से बचा नहीं पाए अब रोजगार देने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में वर्षों से सघर्षशील दलों का प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबन्धन निश्चित रूप से शासन कर चुके दलों से राज्य में मुक्ति दिलाएगा। हम कृषि का विकास और नए उद्योगों की स्थापना कर बिहार और देश को आगे ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी काल में कृषि क्षेत्र ने देश को भुखमरी और लाचारी से बचाया है। किसानों को योथोचित सम्मान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार और देश के लोगों के हाथ से काम छीनने वाले उन्हें रोजगार नहीं दे सकते । केन्द्र में मोदी के छह साल और नीतीश के 1
और भी हैं
देश में गठबंधन हो रहा मजबूत, रणनीति के तहत बदली उपचुनाव की तारीख : डिंपल यादव
झारखंड : एनडीए में सीट शेयरिंग पर बनी सहमति, जानिए भाजपा कितने सीटों पर लड़ेगी चुनाव
17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे नायब सिंह सैनी, तैयारियां तेज