नई दिल्ली: युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे छात्रों के पास भोजन और जरूरी चीजें लगभग खत्म हो गई हैं।
एक भारतीय मेडिकल छात्र फैसल ने यूक्रेन के उत्तर-पूर्वी शहर सुमी में अपनी आपबीती बताते हुए आईएएनएस को एक वीडियो भेजा।
वीडियो में उन्होंने कहा कि करीब 500 भारतीय छात्र सुमी में फंसे हुए हैं, जो कीव से 350 किमी दूर है।
उन्होंने कहा, “हमारे पास चावल और आटा खत्म हो गया था। मैं आटा, नमक, आलू और अन्य बुनियादी सामान खरीदने गया था, लेकिन यहां सभी डिपार्टमेंटल स्टोर खाली हैं।”
स्थानीय अधिकारियों ने इलाके में कर्फ्यू लगा दिया है और यहां के छात्र भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं।
बिहार के मोतिहारी के रहने वाले फैसल ने कहा कि पीने के पानी की कमी के कारण छात्र सोडा वाटर और नल का पानी पीने के लिए मजबूर हैं, जिसके कारण उन्हें टाइफाइड हो सकता है।
सुमी के एक अन्य छात्र मानस ने कहा कि लगातार गोलियों की आवाज से छात्र डरे हुए हैं।
उन्होंने कहा, “हम सुमी विश्वविद्यालय के छात्र हैं। सभी छात्र युद्ध क्षेत्र में फंस गए हैं। हम रोजाना भारतीय दूतावास को फोन करते हैं और एक ही जवाब मिलता हैं – ‘इंतजार करो’। अन्य छात्र जो पश्चिमी भाग (यूक्रेन के) में थे, भारत के लिए रवाना हो गए हैं, केवल हम, सुमी के छात्र बचे हैं। मैं भारत सरकार से हमें वापस ले जाने का आग्रह करता हूं।”
छात्र इस समय सुमी विश्वविद्यालय की इमारत में रह रहे हैं।
मानस ने कहा कि दूतावास ने उन्हें चेतावनी दी है कि वे बाहर न जाएं, क्योंकि गोलीबारी में एक छात्र की मौत हो गई है। “हर दिन हम तीन से चार बार सायरन सुनते हैं और हम सभी आश्रयों की ओर भागते हैं।”
उन्होंने कहा, “पानी और भोजन का कोई स्रोत नहीं है। अन्य छात्र भारत पहुंच गए हैं और सुमी में छात्रों को छोड़ दिया गया है, इससे हमारे बीच और दहशत फैल गई है।”
–आईएएनएस
एसजीके/एएनएम
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