मुंबई: फिल्मकार कुणाल कोहली अपनी जिंदगी की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना ‘रामायण’ को नए अंदाज में पेश करने को लेकर खासे उत्साहित हैं। उनका कहना है कि इसका राजनीतिक से कोई लेना-देना नहीं है।
कोहली ने कहा, “मैं ‘रामायण’ की नई व्याख्या करूंगा। कोई और क्यों? क्योंकि ‘रामायण’ के चरित्र और संदेशों की जरूरत आज जितनी जरूरत पहले कभी नहीं हुई।”
उन्होंने कहा, “हम ऐसे समय में जी रहे हैं जब हमें ‘रामायण’ के मूल्यों की जरूरत सबसे ज्यादा महसूस हो रही है।”
उन्होंने कहा कि वे फिल्म के लिए बड़े नामों को नहीं लेंगे।
उन्होंने कहा, “मैं ‘रामायण’ में नवोदित कलाकारों को ले रहा हूं। ‘रामायण’ में नए चेहरों को लेना जरूरी है। पौराणिक कथाओं में निश्चित छवि के स्थापित अभिनेता उपयुक्त नहीं होते।”
कोहली मानते हैं कि ‘रामायण’ की कुछ घटनाओं को वह अपनी फिल्म में लेना चाहेंगे।
उन्होंने कहा, “पूरी कहानी को फिल्म में दिखाना असंभव है। यह तभी संभव है जब रामानंद सागर सालों तक चलने वाले टीवी सीरियल में इसे दिखाएं। एक फिल्म के लिए कोई इसकी कुछ निश्चित भागों को ही दिखा सकता है।”
कोहली जिन घटनाओं को शूट करना चाहते हैं उन पर ध्यान दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, “अभी कलाकारों को लेना की प्रक्रिया चल रही है। हमारी योजना इसे अगले साल तक पूरा कर रिलीज करने की है।”
इस समय हिंदुत्व के बड़े राजनीतिक मुद्दे के कारण ‘रामायण’ बनाने की कोशिश के सवाल पर उन्होंने कहा, “बिल्कुल नहीं। मैं इतना राजनीतिक नहीं हूं। मैं राजनीति को समझने का नाटक तक नहीं करता हूं। ‘रामायण’ बनाने के मेरे निर्णय का राजनीति से कोई लेना देना नहीं है।”
कुणाल कोहली को ‘हम तुम’ और ‘फना’ जैसी फिल्मों के निर्देशन के लिए जाना जाता है।
–आईएएनएस
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