लखनऊ, 29 सितंबर । महिला आयोग की उपाध्यक्ष एवं भाजपा नेता अपर्णा यादव ने शनिवार को आईएएनएस से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने राम जन्मभूमि अयोध्या को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी। लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समाराेह में सरकार ने सिर्फ नाचने-गाने वालों को बुलाया था, आदिवासियों और दलितों को नहीं बुलाया गया। इस पर अपर्णा यादव ने कहा कि जब राहुल गांधी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण दिया गया था, तो उन्होंने उसको अस्वीकार क्यों किया? भाजपा नेता ने कहा कि राहुल गांधी की कार्यशैली किसी से छुपी नहीं है। वो सदन की गरिमा के विरुद्ध काम करते हैं।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन हमारे देश के लिए गौरव की बात है। पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर वहां पर काम करने वाले श्रमिकों से मिले और उन पर पुष्प वर्षा की, उनके पैर धुले, उनका हालचाल जाना। मेरा राहुल गांधी से सवाल है कि नरेंद्र मोदी से पहले कौन से प्रधानमंत्री ने ऐसा किया है। तीन-तीन बार कांग्रेस परिवार से देश का प्रधानमंत्री बना। उन लोगों की वजह से आज देश पीछे है। उन्होंने कहा कि मैं राहुल गांधी से एक निवेदन करना चाहती हूं कि राम एक आस्था का विषय हैं। हमारे आदर्श और भारत का चरित्र हैं। उनके कार्यक्रमों पर टीका टिप्पणी करने से वो अपना स्तर खुद गिरा रहे हैं।
आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट को लेकर अपर्णा यादव ने कहा कि जिसने भी प्रसाद में मिलावट की है, उसको कड़ा से कड़ा दंड मिलना चाहिए। इस तरीके का कृत्य करना किसी भी तरीके उचित नहीं है। इससे सनातन के करोड़ों आस्थावान लोगों को ठेस पहुंचा है। इसके अलावा अपर्णा यादव ने महिलाओं के प्रति हो रहे अपराध को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार अपने भाषणों में इस बात का जिक्र किया है कि बेटी को आगे बढ़ाने का काम करना चाहिए। महिला सशक्तिकरण के लिए पहली बार संसद में महिलाओं को 33 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया। इस पर विपक्षी पार्टियां शोर मचाते रह गईं। महिलाओं के प्रति अपराध कम सिर्फ कहने से नहीं बल्कि करने से होगा
–आईएएनएस
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