नई दिल्ली, 3 नवंबर एनडीए में शामिल टीडीपी भाजपा की टेंशन बढ़ा सकती है। दरअसल, टीडीपी के उपाध्यक्ष नवाब जान उर्फ अमीर बाबू ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा है कि वक्फ संशोधन बिल को नाकामयाब करना है। टीडीपी उपाध्यक्ष के बयान के बाद से चर्चा होने लगी है कि भाजपा का अब इस पर क्या स्टैंड होगा। कहा जा रहा था कि संसद के अगले सत्र में सरकार इसे सदन में पेश करेगी। बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा इस बिल को हाल ही में लोकसभा में पेश किया गया। सरकार द्वारा कहा गया कि यह संशोधन बिल मुसलमानों के हित में है। हालांकि, सदन में विपक्षी सांसदों ने इसका विरोध किया था। विपक्षी सांसदों के विरोध के बाद इसे जेपीसी में भेजा गया था। सरकार ने वक्फ संशोधन बिल पर देश के लोगों की राय भी मांगी थी। हालांकि, इस बिल के खिलाफ मुस्लिम संगठन भी लगातार आवाज उठाते रहे हैं। लेकिन, टीडीपी के उपाध्यक्ष के बयान के बाद से राजनीति तेज हो गई है।
टीडीपी उपाध्यक्ष ने कहा, इस देश की आज़ादी में सबसे ज़्यादा हिस्सा मुसलमानों का है। वक्फ बिल को हम पूरी तरीके से खारिज करते हैं। इसमें जो भी बदलाव लाने की कोशिश की जा रही है। वह किसी भी लिहाज से मुसलमानों के पक्ष में नहीं है। हमारे नेता चंद्रबाबू नायडू सेक्युलर जहन के हैं। हमारी सरकार शिक्षा के लिए मुसलमानों के बच्चों को 15 लाख रुपये तक दे रही है। अगर केंद्र सरकार की ओर से वक्फ बिल लाने की कोशिश की जाती है, तो हम इसके विरोध में रहेंगे। इस देश पर सभी का अधिकार है। हम सभी ने शहादत दी है। हमारे देश को कोई बांटने की कोशिश करेगा, तो हम उसे रोकने को जान दे देंगे। हमारे मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की विचारधारा सेकुलर है। 15 दिसंबर को आंध्र प्रदेश में वक्फ बिल के खिलाफ एक कार्यक्रम होगा। इसमें मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू भी शामिल होंगे।
–आईएएनएस
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