सऊदी अरबः शहजादे को दी गई मौत की सजा, 41 साल बाद ‘हाउस ऑफ सऊद’ में घटी दुर्लभ घटनासऊदी अरब में तकरीबन 41 साल बाद शाही खानदान के किसी सदस्य को मौत की सजा मिली है। प्रिंस तुर्की बिन सऊद अल कबीर को हत्या के मामले में दोषी पाए जाने के बाद मृत्युदंड दे दिया गया।
सऊदी अरब के गृह मंत्रालय का कहना है कि तीन साल पहले राजधानी रियाद में प्रिंस अल कबीर ने एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। इसी मामले में उन्हें सजा-ए-मौत दी गई। हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि उन्हें किस तरीके से सजा दी गई।सऊदी अरब में सख्त इस्लामिक कानून हैं, वहां ज्यादातर लोगों को सर कलम करके ही मौत की सजा दी जाती है। इससे पहले 1975 में शाही परिवार के सदस्य फ़ैसल बिन मुसैद अल सऊद को भी मौत की सज़ा मिली थी। उन्हें शाह फ़ैसल की हत्या के मामले मेें मौत की सजा दी गई थी।
सऊदी अरब के इतिहास में यह एक दुर्लभ घटना है, जिसमें ‘हाउस ऑफ सऊद’ (शाही परिवार) के हजारों सदस्यों में से किसी एक को मौत की सजा दी गई है गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रिंस तुर्की बिन सऊद अल कबीर को राजधानी रियाद में मौत की सजा दी गई। अल-कबीर पर सऊदी नागरिक आदिल अल-मोहम्मद की गोली मारकर हत्या करने का आरोप था। ऐसा कम ही होता है कि शाही परिवार के किसी सदस्य को मौत की सज़ा दी जाए। गृह मंत्रालय के बयान के मुताबिक़ राजकुमार ने अपने साथी की हत्या करने का जुर्म स्वीकार कर लिया था।
सऊदी अरब के गृह मंत्रालय के अनुसार, प्रिंस कबीर 134वें स्थानीय या विदेशी थे जिन्हें इस साल मौत की सजा दी गई है। अरब न्यूज की आेर से नवंबर 2014 में खबर दी थी कि रियाद की अदालत ने एक अनाम शहजादे को मौत की सजा सुनाई है। इस मामले में पीडि़त परिवार ने ‘ब्लड मनी’ लेने से मना कर दिया था। सऊदी अरब के प्रावधान के मुताबिक यदि पीड़ित परिवार आर्थिक मुआवजा स्वीकार कर लेता तो दोषी छूट सकता था।
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