मॉस्को: रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) में शामिल सभी पक्षों को इसका सम्मान करना चाहिए।
विदेश मंत्रालय के बयान के हवाले से समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, लावरोव ने अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन से टेलीफोन पर बातचीत की, जिसमें दोनों पक्षों ने परमाणु करार से जुड़ी वर्तमान स्थिति पर चर्चा की।
बयान के मुताबिक, “लावरोव ने इस बात की ओर ध्यान आकृष्ट किया कि ईरान जेसीपीओए के सभी दायित्वों को निभा रहा है और उन्होंने इसके अन्य सह-प्रायोजकों द्वारा इस करार का पालन किए जाने की जरूरत पर बल दिया।”
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन 15 अक्टूबर तक कांग्रेस को जानकारी देगा कि ईरान परमाणु करार का पालन कर रहा है या नहीं और अगर पाया जाता है कि ईरान इस करार का पालन नहीं कर रहा तो अमेरिकी सांसद ईरान के खिलाफ प्रतिबंध लगा सकते हैं।
लावरोव ने इससे पहले कहा कि यह उनकी समझ से परे है कि अमेरिका कानूनी रूप से इस करार से अलग कैसे होगा।
ईरान और छह विश्व शक्तियों (ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस, अमेरिका और जर्मनी) के बीच जुलाई 2015 में परामाणु समझौता (जेसीपीओए) हुआ था।
–आईएएनएस
और भी हैं
जर्मनी में 3.2 मिलियन बुजुर्गों पर बढ़ा गरीबी का खतरा
यूएस डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी के प्रमुख मस्क अमेरिकी सरकार में फिजूल खर्च में करेंगे कटौती : मार्क मोबियस
पूर्व सैनिक और टीवी होस्ट को डोनाल्ड ट्रंप ने बनाया अमेरिका का अगला रक्षा मंत्री