नई दिल्ली| बीरभूम हिंसा मामले में ताजा घटनाक्रम में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को मुंबई से चार लोगों को गिरफ्तार किया है। घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने आईएएनएस को चार लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
इससे पहले सीबीआई ने 21 आरोपियों की सूची तैयार की थी, जिनमें से एक तृणमूल कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष अनारुल हुसैन है।
संघीय जांच एजेंसी ने पश्चिम बंगाल के रामपुरहाट में एक सरकारी गेस्ट हाउस में एक अस्थायी शिविर लगाया था। इससे पहले स्थानीय पुलिस ने भी आरोपियों की सूची तैयार की थी और सीबीआई की सूची लगभग एक जैसी ही है।
सीबीआई ने हुसैन से पूछताछ की थी। उनका बयान दर्ज किया गया और उन्हें जांच में शामिल होने के लिए शिविर में बुलाया गया।
कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद, सीबीआई अधिकारियों के नेतृत्व में फोरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम ने 25 मार्च को रामपुरहाट जाकर नमूने एकत्र किए।
अदालत के आदेश से पहले स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज कर 10 लोगों को गिरफ्तार करने का दावा किया था।
बीजेपी और अन्य ने तृणमूल कांग्रेस पर आरोपियों को पनाह देने का आरोप लगाया था। भाजपा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर घटना को छिपाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। तृणमूल ने सभी आरोपों से इनकार किया था।
जांच सीबीआई को सौंपने के कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद, पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा कि वह निष्पक्ष जांच करने में एजेंसी का समर्थन करेगी।
तृणमूल कांग्रेस के नेता और रामपुरहाट गांव के उपाध्यक्ष भादु शेख की 21 मार्च को बाइक सवार हमलावरों ने हत्या कर दी थी, जिसके बाद भीड़ ने कथित तौर पर कई घरों में आग लगा दी थी। अगले दिन, पुलिस ने एक जले हुए घर से बच्चों और महिलाओं सहित कम से कम 8 लोगों के जले हुए शव बरामद किए थे।
–आईएएनएस
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