नई दिल्ली | कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक वीडियो बयान जारी कर प्रवासियों की दुर्दशा को रेखांकित किया और पीएम-केयर्स फंड पर हमला किया। इसके पहले उन्होंने प्रवासी मजदूरों के रेल किराए का खर्च पार्टी द्वारा उठाए जाने की घोषणा की। गांधी ने कहा, “मुझे उम्मीद थी कि दान के नाम पर आए हजारों करोड़ रुपये का इस्तेमाल राष्ट्र निर्माण में किया जाएगा और मजदूरों की मुफ्त यात्रा मुहैया कराई जाएगी लेकिन मुझे दुख है कि ऐसा नहीं हुआ।”
उन्होंने कहा कि किसान अन्नदाता हैं, उसी तरह मजदूर राष्ट्र निर्माता हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश उस दर्द को महसूस कर रहा है जब लोगों को बिना भोजन किए अपने घरों की ओर पैदल जाते हुए देखा गया।
उन्होंने टिकटों पर विशेष शुल्क के लिए रेलवे पर निशाना साधा।
गांधी ने सोमवार सुबह अपने बयान में कहा है कि केंद्र सरकार ने लॉकडाउन के लिए मुश्किल से चार घंटे का नोटिस दिया था, इसलिए श्रमिक और प्रवासी मजदूर अपने घरों को लौटने के अवसर से वंचित रह गए।
उन्होंने कहा, “1947 में विभाजन के बाद, यह पहली बार है जब भारत ने इतनी बड़ी मानवीय कीमत के साथ एक त्रासदी देखी, क्योंकि हजारों प्रवासी मजदूरों को कई सौ किलोमीटर पैदल चलने के लिए मजबूर किया गया है। मजदूर बिना भोजन, बिना दवा, बिना पैसे के, बिना परिवहन के, अपने परिवार और प्रियजनों से मिलने की इच्छा रखते हुए घर लौट रहे हैं।”
–आईएएनएस
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