चंडीगढ़, 18 अक्टूबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 अक्टूबर को चंडीगढ़ में एनडीए नेताओं की बैठक में भाग लिया। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए पोस्ट में लिखा, ”एनडीए के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान हमने सुशासन के पहलुओं और लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के तरीकों पर व्यापक चर्चा की। हमारा गठबंधन राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाने और गरीबों और वंचितों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।” बैठक में 17 मुख्यमंत्री और 18 उपमुख्यमंत्री शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि ऐसी बैठकें हर साल दो बार आयोजित की जानी चाहिए। हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत को महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक बताते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि एनडीए ने समाज के सभी वर्गों का विश्वास और समर्थन हासिल किया है। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कैसे विपक्ष ने एनडीए को किसान विरोधी होने का झूठा भ्रम फैलाने की कोशिश की, जबकि यह किसान ही थे जो एनडीए को आशीर्वाद देने के लिए बड़ी संख्या में बाहर आए। उन्होंने विपक्ष की नकारात्मक राजनीति को खारिज किया है। जनता एनडीए के विकास और सुशासन के एजेंडे के साथ खड़ी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज एनडीए सरकार आम नागरिकों की बढ़ती आकांक्षाओं को पूरा कर रही है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हरियाणा विधानसभा चुनावों में एनडीए-भाजपा की जीत पर प्रधानमंत्री को बधाई दी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत के संविधान निर्माण के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में ‘संविधान का अमृत महोत्सव’ के रूप में मनाए जाने के विषय पर एक प्रस्ताव पेश किया।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने वर्ष 2025 को लोकतंत्र की हत्या के 50वें वर्ष के रूप में मनाने का प्रस्ताव पेश किया। नेताओं ने तीन अन्य प्रस्तावों में वर्ष 2025 में भगवान बिरसा मुंडा और सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती और अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी मनाने का भी संकल्प लिया। आंध्र प्रदेश के सीएम और एनडीए के वरिष्ठ नेता एन. चंद्रबाबू नायडू ने आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा पर चर्चा की शुरुआत की। उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और भारत को वैश्विक स्तर पर गौरव दिलाने के लिए नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने राज्यों के बीच सहयोग की आवश्यकता पर विशेष रूप से जोर दिया। पीएम मोदी ने जनभागीदारी पर जोर देते हुए कहा कि शासन में लोगों की भागीदारी से सरकार का बोझ कम हुआ है। उन्होंने एनडीए सरकार के देश के युवाओं से सीधे जुड़ने और उन्हें विकसित भारत की यात्रा में शामिल करने की भी सराहना की। प्रधानमंत्री ने नेताओं से टीबी मुक्त भारत, प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने, कचरा प्रबंधन, बड़े शहरों को राज्यों के विकास का इंजन बनाने, पर्यटन को बढ़ावा देने और कल्याण एवं विकास के 11 सूत्रीय कार्यक्रम को अपनाने की दिशा में एकजुट होकर काम करने का आग्रह किया। उन्होंने एनडीए नेताओं को सुझाव दिया कि एनडीए शासित राज्यों के शहरों के बीच स्वच्छतम पर्यटन स्थल, स्वच्छतम अस्पताल, स्वच्छतम पंचायत आदि के लिए प्रतिस्पर्धा आयोजित की जाए।
–आईएएनएस
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