गुवाहाटी: पूर्वोत्तर राज्यों में भाजपा के प्रमुख रणनीतिकार और पार्टी के वरिष्ठ नेता हिमंत बिस्वा सरमा असम के अगले मुख्यमंत्री होंगे। पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों ने उन्हें रविवार को अपना नेता चुन लिया। हिमंत सोमवार को असम के 15 वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालेंगे। भाजपा सूत्रों ने कहा कि सरमा, जो पहले से ही ‘मित्रजोत’ के दो सहयोगियों – असोम गण परिषद (एजीपी) और युनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) का समर्थन प्राप्त कर चुके हैं, राजभवन में राज्यपाल जगदीश मुखी से मिलेंगे और नई सरकार बनाने के लिए अपना दावा पेश करेंगे।
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव और असम में 2016 के चुनावों में भाजपा की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सरमा एक समारोह में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
52 वर्षीय नेता को असम विधानसभा परिसर में आयोजित बैठक में भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया, जहां निवर्तमान मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और पार्टी के चार केंद्रीय पर्यवेक्षक मौजूद थे।
सरमा के नाम की घोषणा करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि निवर्तमान मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सरमा का नाम भाजपा के विधायक दल के नेता के रूप में प्रस्तावित किया और अन्य लोगों ने इसका समर्थन किया।
तोमर ने कहा, “असम भाजपा के अध्यक्ष और पतराचरुची के विधायक रणजीत कुमार दास और नवनिर्वाचित विधायक नंदिता गैरलोस ने सोनोवाल के प्रस्ताव का समर्थन किया। विधायक दल के नेता के पद के लिए कोई अन्य दावेदार नहीं था।”
तोमर के अलावा, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह, भाजपा महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत जय पांडा भी केंद्रीय पर्यवेक्षकों के रूप में नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में शामिल हुए।
नेता चुने जाने के तुरंत बाद, सोनोवाल, तोमर और पार्टी के अन्य नेताओं ने सरमा का स्वागत पारंपरिक असमिया ‘गमोचा’ (लाल रंग की किनारी वाले सफेद कपड़े का एक टुकड़ा यानी गमछा) के साथ किया।
साल 2001 से पांचवीं बार जलकुबरी विधानसभा सीट से चुने गए सरमा सोनोवाल सरकार में महत्वपूर्ण मंत्री रहे।
रविवार को गुवाहाटी में बैठक दिल्ली में शनिवार को भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के आवास पर तीन दौर की बैठकों के बाद हुई, जिसमें निवर्तमान मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, सरमा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष उपस्थित थे।
दिल्ली की बैठक चार घंटे से अधिक समय तक चली।
सोनोवाल, असम के स्वदेशी सोनोवाल-कचारी जनजाति से ताल्लुक रखते हैं और सरमा, असमिया ब्राह्मण समुदाय से आते हैं। वह कांग्रेस-विरोधी नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक एलायंस के संयोजक हैं। उन्होंने हाल के तीन चरणों में मार्च-अप्रैल में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा का नेतृत्व किया।
126 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 60 सीटें जीतकर लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी की है। जबकि उसके सहयोगी असोम गण परिषद (एजीपी) को नौ सीटें और नई सहयोगी युनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) ने छह सीटें हासिल कीं।
–आईएएनएस
और भी हैं
सूफी परंपरा के बारे में प्रधानमंत्री के विचार अद्भुत, मुसलमान भी पीएम मोदी के साथ : सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती
सीएम योगी के सलाहकार अवनीश अवस्थी का एक साल के लिए बढ़ा कार्यकाल
सहरी और इफ्तार के वक्त किया जाता है ऐलान, लाउडस्पीकर की मिले इजाजत : मौलाना बरेलवी