बेंगलुरू: हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के चौथे सीजन के फाइनल में बेंगलुरु एफसी आज अपने घर श्री कांतीरावा स्टेडियम में पूर्व विजेता चेन्नइयन एफसी के सामने उतरेगा। लीग में पहली बार खेल रही बेंगलुरु की टीम पहली ही बार खिताब जीतकर इतिहास रचना चाहेगी तो चेन्नइयन की नजरें दूसरी बार खिताब जीतने पर होंगी।
फाइनल में बेंगलुरू की टीम खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही है, लेकिन उसके प्रशंसक जानते हैं कि घर में खेलने वाली टीम कभी भी आईएसएल का फाइनल नहीं जीती है। गोवा को 2015 में चेन्नइयन से ही मात खानी पड़ी थी तो 2016 में केरला ब्लास्टर्स को एटीके ने उसके घर में मात देकर दूसरा खिताब जीता था।
इसके अलावा एक और आंकड़ा बेंगलुरु को चिंता में डाल सकता है। 2014 में लीग की शुरुआत से वो टीम कभी भी आईएसएल का खिताब नहीं जीती जिसने लीग दौर का अंत पहले स्थान पर रहते हुए किया हो।
हालांकि साउथ डर्बी के इस मैच में प्रशंसक रुकने वाले नहीं हैं। वे स्टेडियम की हर सीट पर मौजूद होंगे और बेंगलुरु का खुलकर समर्थन करेंगे। बेंगलुरु के प्रशंसकों को उम्मीद होगी की उनकी टीम खिताब अपने नाम करे।
बेंगलुरु इस आईएसएल में सबसे शानदार टीम रही है। उन्होंने अभी तक 38 गोल किए हैं और वह लीग में गोल करने के मामले में गोवा से एक स्थान पीछे है। उनका डिफेंस रिकार्ड और शानदार है। उसने 20 मैचों में सिर्फ 17 गोल खाए हैं। इस मामले में वह आगे हैं। बेंगलुरु के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू ने विपक्षी टीमों के लिए गोल करना मुश्किल कर दिया है। बेंगलुरु अपने इसी फॉर्म को फाइनल में भी जारी रखना चाहेगी। टीम अपने आखिरी 10 मैचों में अपराजित रही है जिसमें से आठ मैच उसने जीते हैं।
बेंगलुरु एफसी के पक्ष में हालांकि सब कुछ नहीं रहा है। चेन्नइयन ने बेंगलुरु को 2-1 से उसके ही घर में मात दी है। इस मैच में धनपाल गणेश ने आखिरी पलों में गोल करते हुए चेन्नइयन को जीत दिलाई थी।
जॉन ग्रेगोरी की टीम ने अपने आप को साबित किया है और बताया है कि वह उन मैचों को जीतना जानते हैं जो उनके लिए अहम होते हैं। एफसी गोवा के खिलाफ सेमीफाइनल में चेन्नइयन के शानदार डिफेंस ने फेरान कोरोमिनास और मैनुएल लैंजोरेते की जोड़ी को रोके रखा था और अब फाइनल में उसकी कोशिश बेंगलुरु के कप्तान सुनील छेत्री और मीकू की जोड़ी को रोकने की होगी। इन दोनों ने मिलकर टीम के लिए 27 गोल किए हैं।
ग्रेगोरी भाग्यशाली हैं कि उनकी टीम में ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने पहले आईएसएल में हिस्सा लिया है और विजेता बने हैं। मैलिसन अल्वेस, राफेल अगस्तो, जेजे लापेखुलआ, करणजीत सिंह 2015 में खिताब जीतने वाली चेन्नइयन का हिस्सा रह चुके हैं। वह एक बार फिर बेंगलुरु के खिलाफ उस प्रदर्शन को दोहराने की कोशिश करेंगे।
–आईएएनएस
और भी हैं
महिला टी20 विश्व कप : भारत ने अहम मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 151 पर रोका
तीसरा टी20 : भारत ने 133 रन की धमाकेदार जीत के साथ किया बांग्लादेश का क्लीन स्वीप
महिला टी20 विश्व कप: भारत ने पाकिस्तान को 6 विकेट से पीटा