तेहरान| ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने शनिवार को अमेरिका से 2015 के ईरानी परमाणु समझौते को फिर से शुरू करने के उद्देश्य से वार्ता में अपनी ‘वास्तविक इच्छा’ साबित करने का आह्वान किया। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, अमीर-अब्दुल्लाहियन ने शनिवार को राजधानी तेहरान में संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के राष्ट्रीय समन्वयकों की पहली बैठक में कहा, अमेरिका को यह साबित करना चाहिए कि वह प्रतिबंध लगाकर अपने दायित्वों का ‘उल्लंघन’ नहीं करेगा।
उन्होंने परमाणु समझौते से वाशिंगटन की एकतरफा वापसी की ओर इशारा किया, जिसे औपचारिक रूप से 2018 में संयुक्त व्यापक कार्य योजना के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि इसने वाशिंगटन की ‘अपने अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों की अवहेलना और संयुक्त राष्ट्र द्वारा सुरक्षा परिषद द्वारा अनुमोदित प्रस्ताव का स्पष्ट उल्लंघन दिखाया।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मौजूदा अमेरिकी प्रशासन, अपने वादों और दावों के बावजूद, तेहरान के खिलाफ शत्रुतापूर्ण कार्रवाई और अधिकतम दबाव की विफल नीति को जारी रखना जारी रखता है।
ईरानी विदेश मंत्री ने जोर देकर कहा कि उनका देश परमाणु समझौते के पुनरुद्धार के लिए परमाणु वार्ता जारी रखने का पालन करता है, जबकि शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए यूरेनियम संवर्धन सहित अपने सभी आयामों में शांतिपूर्ण परमाणु ऊर्जा का उपयोग करने के अपने अक्षम्य अधिकार पर जोर देता है।
उन्होंने कहा कि इस बीच अमेरिका को यह साबित करना होगा कि उसके पास अच्छे इरादे और वास्तविक इच्छा है और समय बर्बाद करने के लिए वार्ता का उपयोग करने का इरादा नहीं है और अपने दायित्वों का उल्लंघन जारी रखने और प्रतिबंधों को जारी रखने के लिए एक और बहाना ढूंढता है।
आमिर-अब्दुल्लाहियन ने गुरुवार को कहा था कि उनके देश में ‘जल्द से जल्द’ परमाणु वार्ता समाप्त करने के लिए ‘पूर्ण तत्परता’ है।
–आईएएनएस
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