लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सोमवार को बागपत जिले की जेल में अंडरवर्ल्ड डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस वारदात के बाद जेल प्रशासन से लेकर लखनऊ तक अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
जिले के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे मामले की जांच कराने का आदेश दिया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मुन्ना बजरंगी की हत्या के पीछे पश्चिमी उप्र और उत्तराखंड में सक्रिय सुनील राठी गैंग का हाथ बताया जा रहा है। सुनील राठी यूपी के साथ उत्तराखंड में सक्रिय है। सुनील की मां राजबाला छपरौली से बसपा से चुनाव लड़ चुकी है।
माफिया मुन्ना बजरंगी को बागपत अदालत में पेश करने के लिए पुलिस कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार को एंबुलेंस से भेजा गया था। पिछले साल मुन्ना बजरंगी पर एक पूर्व विधायक और उसके भाई को धमकाने का आरोप है। इस मामले की सुनवाई सोमवार को होनी थी।
पूर्व बसपा विधायक लोकेश दीक्षित और उनके भाई नारायण दीक्षित से 22 सितंबर 2017 को फोन पर रंगदारी मांगने व जान से मारने की धमकी देने का आरोप था। बागपत की कोतवाली में मामला दर्ज हुआ था। पुलिस की छानबीन में लखनऊ के सुल्तान अली और झांसी जेल में बंद मुन्ना बजरंगी का नाम सामने आया था।
इस बीच योगी आदित्यनाथ ने कहा, ” जेल में हत्या कैसे हो गई। इसकी जांच कराई जाएगी और इसमें जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नही जाएगा। पूरे मामले की रिपोर्ट मंगाई गई है।”
–आईएएनएस
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