नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को आतंकवाद को सभ्य समाज के लिए एक अभिशाप बताते हुए कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) जल्दी ही देश में संचालित आतंकवादी संगठनों को विदेशों से हो रहे वित्तपोषण पर शिकंजा कसेगी।
राजनाथ ने कहा, “कुछ लोग कहते हैं कि एनआईए आतंकवाद वित्तपोषण रोकने में आंशिक रूप से सफल रहा है, लेकिन मैं कहूंगा कि एनआईए देश में संचालित आतंकवादियों के वित्तपोषण पर पूरी तरह से शिकंजा कस लेगा।”
राजनाथ ने लोधी रोड पर एनआईए के मुख्यालय का उद्घाटन करते हुए कहा, “एनआईए आतंकवादियों के मानसिक संबल को तोड़कर रख देगी।”
उन्होंने कहा कि आतंकवादी गतिविधियां विकास में बाधक हैं।
उन्होंने 2008 में एनआईए के गठन के बाद बीते साढ़े आठ वर्षो में अपनी विश्वसनीयता साबित करने के लिए इसके कामकाज की प्रशंसा करते हुए कहा कि एनआईए की दोषसिद्धि दर 90 फीसदी से अधिक है।
राजनाथ सिंह ने जाली मुद्रा की समस्या से निपटने में भी एनआईए की भूमिका की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जाली नोट आतंकवाद के लिए ऑक्सीजन का काम करते हैं।
–आईएएनएस
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