मुंबई| प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यहां शुक्रवार को नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) घोटाले की जांच जारी रखते हुए एनएसईएल निवेशकों के साथ हुई धोखाधड़ी से जुड़े कथित धनशोधन मामले में शिवसेना विधायक प्रताप सरनाइक की 11.35 करोड़ रुपये की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क कर लिया है। घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए, सरनाइक ने कहा कि वह जल्द ही मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए अदालत का रुख करेंगे और ईडी के साथ पूरा सहयोग करेंगे, जैसा कि उन्होंने इससे पहले भी किया है।
सरनाइक ने मीडियाकर्मियों से कहा, “यह तब से चल रहा है जब से मैंने (अभिनेत्री) कंगना रनौत और पत्रकार अर्नब गोस्वामी के खिलाफ पिछले साल कदम उठाया था। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।”
ईडी ने एनएसईएल धोखाधड़ी से जुड़े मामले में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत हीरानंदानी कॉम्प्लेक्स में दो फ्लैट और ठाणे में जमीन के एक भूखंड (प्लॉट) को (11.35 करोड़ रुपये के संयुक्त मूल्य की संपत्ति) कुर्क किया है।
सितंबर 2013 में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा शिकायत दर्ज किए जाने के बाद से एनएसईएल जांच के दायरे में है, जिसके आधार पर ईडी ने अपनी जांच शुरू की है।
इस मामले में एनएसईएल, उसके निदेशक और शीर्ष अधिकारी, 25 डिफॉल्टर्स और अन्य शामिल हैं, जिन पर करीब 15,000 निवेशकों को धोखा देने के साथ आपराधिक साजिश रचने का आरोप है।
उन पर एनएसईएल प्लेटफॉर्म पर व्यापार करने, जाली दस्तावेज बनाने, फर्जी वेयरहाउस रसीदें, फर्जी खाते बनाने और इस तरह निवेशकों के साथ 5,600 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के लिए आपराधिक विश्वासघात करने का आरोप लगाया गया है।
ईडी की जांच में पता चला है कि निवेशकों के पैसे एनएसईएल के कर्जदारों/व्यापारिक सदस्यों द्वारा अन्य गतिविधियों जैसे रियल एस्टेट में निवेश, बकाया कर्ज की अदायगी और अन्य गतिविधियों के लिए डायवर्ट किए गए थे।
यह भी पता चला है कि आस्था समूह, जो सरनाइक से जुड़ा है और एनएसईएल के एक डिफॉल्टिंग सदस्यों में से एक है, पर एनएसईएल के प्रति 242.66 करोड़ रुपये की देनदारी है।
ईडी के अनुसार, आस्था समूह ने 2012-13 की अवधि के दौरान विहंग आस्था हाउसिंग प्रोजेक्ट्स एलएलपी के 21.74 करोड़ रुपये डायवर्ट किए, जिसमें से सरनाइक और उनके परिवार द्वारा नियंत्रित दोनों फर्मों विहंग एंटरप्राइजेज और विहंग इंफ्रास्ट्रक्च र प्राइवेट लिमिटेड को 11.35 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए।
मनी ट्रेल, जांच और पहचान के आधार पर ईडी ने सरनाइक की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया है।
आस्था समूह से उत्पन्न होने वाली शेष राशि 10.50 करोड़ रुपये का भुगतान योगेश देशमुख को किया गया था, जिसे धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) के तहत अटैच किया गया था और पीएमएलए निर्णायक प्राधिकरण द्वारा इसकी पुष्टि की गई थी।
इससे पहले इसी मामले में, 3,242.67 करोड़ रुपये की संपत्ति पहले ही कुर्क की जा चुकी है, जिससे कुर्की का कुल मूल्य 3,254.02 करोड़ रुपये हो गया है।
–आईएएनएस
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