नई दिल्ली, 12 मई। भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है। भारतीय सेना ने सोमवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
इस दौरान सेना ने स्पष्ट किया कि भारत की लड़ाई हमेशा पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादियों और उनके ढांचे के खिलाफ रही है और आगे भी इसी दिशा में जारी रहेगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना ने पाकिस्तानी मिराज विमान के मलबे और पीएल-15 एयर-टू-एयर मिसाइल के अवशेषों की क्लिप भी दिखाई।
एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि भारत का लक्ष्य केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था, लेकिन अफसोस की बात है कि पाकिस्तान की सेना ने आतंकियों का समर्थन करते हुए इसे अपनी लड़ाई बना लिया।
उन्होंने बताया कि 7 मई को सेना ने सिर्फ आतंकवादियों के अड्डों पर हमला किया था। उन्होंने कहा कि इस हालात में भारत की जवाबी कार्रवाई जरूरी थी और पाकिस्तान को हुए नुकसान का जिम्मेदार वह खुद है।
एयर मार्शल ने कहा कि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली देश की सुरक्षा में अडिग खड़ी है और इसे भेद पाना दुश्मनों के लिए असंभव है। उन्होंने दो टूक कहा कि सभी सैन्य अड्डे, उपकरण और प्रणालियां पूरी तरह सक्रिय हैं और किसी भी अगली कार्रवाई के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
उल्लेखनीय है कि 7 से 9 मई के दौरान पाकिस्तान की ओर से किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों के जवाब में भारत ने लाहौर समेत पाकिस्तान के कई एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया।
साथ ही, भारत ने 9-10 मई की रात पाकिस्तान के 11 एयरफोर्स बेस पर जवाबी कार्रवाई की, जिनमें नूर खान, रफीकी, मुरिदके, सुक्कुर, सियालकोट, पसरूर, चुनीयन, सरगोधा, स्कारु, भोलारी और जैकोबाबाद शामिल हैं। यह पहला मौका था, जब किसी देश ने परमाणु क्षमता से लैस राष्ट्र के एयरफोर्स कैंपों को सफलतापूर्वक नुकसान पहुंचाया।
इन हमलों में पाकिस्तान के एफ-16 और जेएफ-17 लड़ाकू विमानों वाले बेसों को नुकसान पहुंचा, जिससे पाकिस्तानी वायुसेना की 20 प्रतिशत इंफ्रास्ट्रक्चर तबाह हो गई।
वहीं, भोलारी एयरबेस पर हुए हमले में पाकिस्तान के स्क्वाड्रन लीडर उस्मान यूसुफ समेत 50 से अधिक सैन्यकर्मियों की मौत हो गई और कई लड़ाकू विमान नष्ट हो गए।
–आईएएनएस
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