नई दिल्ली: कांग्रेस नेता सचिन पायलट को बुधवार को उस वक्त हिरासत में लिया गया, जब वह कांग्रेस कार्यालय में घुसने की कोशिश कर रहे थे। नरेला पुलिस स्टेशन भेजे गए सचिन पायलट ने कहा, “लोकतंत्र के लिए यह बुरा संकेत है, क्योंकि नेताओं और कार्यकर्ताओं को अपने पार्टी कार्यालयों में जाने की अनुमति नहीं है।”
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा राहुल गांधी से पूछताछ का विरोध कर रहे कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि उन्हें यहां 24 अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय में जाने की अनुमति नहीं दी गई और कई सांसदों का दावा है कि उन्हें घर से निकलने की भी अनुमति नहीं थी।
कांग्रेस महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल ने कहा “आज, दिल्ली पुलिस ने जबरन भारत के सबसे पुराने राजनीतिक दल के मुख्यालय में प्रवेश किया। जैसे ही उन्होंने एआईसीसी मुख्यालय के दरवाजे खोले, उन्होंने उस लोकतंत्र को कुचल दिया, जिसके लिए हमारे पूर्वजों ने लड़ाई लड़ी और अपनी जान दी। भाजपा ने वास्तव में भारतीय लोकतंत्र की हत्या की है।”
इससे पहले राहुल गांधी लगातार तीसरे दिन प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में पूछताछ के लिए पहुंचे, जिसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने वरिष्ठ नेताओं के साथ ईडी कार्यालय के बाहर धरना दिया।
–आईएएनएस
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