नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला और कहा कि जिस अच्छे दिन का वादा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने किया था, वह 2019 में कांग्रेस की सत्ता में वापसी के बाद ही आएगा। राहुल ने भाजपा पर देश में ‘भय का माहौल’ बनाने का आरोप भी लगाया।
राहुल ने नई दिल्ली में पार्टी के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी को ‘भारतीय राजनीतिक इतिहास का ऐसा पहला प्रधानमंत्री कहा जिनका विश्व स्तर पर उपहास उड़ाया जा रहा है’ और उन पर देश के संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप भी लगाया।
राहुल ने इस दौरान मोदी द्वारा अपने भाषणों में अक्सर इस्तेमाल किए जाने वाले शब्द ‘मितरों’ की भी मोदी के लहजे में ही नकल की और कहा, “अमिताभ बच्चन जैसे फिल्मों में डॉयलाग बोलते हैं, प्रधानमंत्री उसी तरह अचानक आए और कह दिया कि आपके पास जो 500 और 1,000 रुपये के नोट हैं, अब मात्र कागज का टुकड़ा हैं।”
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने नोटबंदी को मोदी का ‘निजी फैसला’ बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत दोनों ने मिलकर मनमर्जी से ‘विश्व का यह सबसे बड़ा वित्तीय प्रयोग’ किया गया।’
राहुल ने आठ नवंबर के नोटबंदी के फैसले के बारे में कहा, “इससे पहले सम्मानित स्थान रखने वाले किसी अर्थशास्त्री ने कभी नहीं कहा होगा कि प्रधानमंत्री ने अक्षम और गलत सोच वाला फैसला लिया है। हमने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई), न्यायपालिका या निर्वाचन आयोग जिस भी संस्था को खड़ा किया, भाजपा, आरएसएस और मोदी ने उसे कमजोर कर दिया। आज इस देश में कोई भी ऐसी संस्था नहीं है, जिसका सम्मान हो।”
राहुल ने कहा, “केवल दो-तीन लोगों से बात करके उन्होंने दुनिया का सबसे बुरा वित्तीय प्रयोग किया है और अगर आप उनसे पूछें तो वह कहते हैं कि आप कौन हैं। वह स्वच्छ भारत से कूदकर सर्जिकल स्ट्राइक पर जाते हैं फिर वहां से नोटबंदी पर छलांग लगा देते हैं। वह एक के बाद दूसरी चीजों पर कूद रहे हैं और देश की जनता परेशान है कि अच्छे दिन कब आएंगे। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि अच्छे दिन तब आएंगे, जब कांग्रेस फिर से सत्ता में आएगी।”
राहुल ने भाजपा पर देश में भय फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा, “मोदी अपनी नीतियों से देश की जनता को भयभीत कर रहे हैं और राम के नाम पर उनका पैसा अपनी जेब में डाल रहे हैं। राम नाम जपना, गरीब का माल अपना।”
राहुल ने मोदी को गरीबों और किसानों के पास जाकर अपने फैसले के प्रभाव के बारे में जानने और ‘उनका दर्द महसूस’ करने को भी कहा। राहुल ने कहा कि मीडिया पर ‘कई किस्म के दबाव’ हैं।
उन्होंने कहा, “हम उनकी घबराहट और दुर्दशा समझते हैं। लेकिन, लोग जो दर्द झेल रहे हैं, उसे उजागर करना आपकी (मीडिया की) जिम्मेदारी है। आपको अपनी इस जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटना चाहिए।” राहुल ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा जब भी सत्ता में रही है, उन्होंने भय का माहौल ही बनाया है।
राहुल ने कहा, “लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या किया? उन्होंने देश के किसानों को भयभीत कर दिया और यह भी कहा कि यदि आपने मेरी नहीं सुनी तो मैं आपकी जमीन छीन लूंगा।” राहुल भूमि अधिग्रहण कानून का हवाला दे रहे थे।
भाजपा शासित राज्यों का हवाला देते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ जहां भी भाजपा गई वहां भय फैलाया।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, “यह दो सिद्धांतों का टकराव है। कांग्रेस कहती है कि ‘डरो मत’ और भाजपा कहती है कि ‘डरो और डराओ’।”
(आईएएनएस)
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