नई दिल्ली : तीन हिंदी भाषी राज्यों में चुनावी जीत से गदगद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को यहां कहा कि उनकी पार्टी व अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किसानों के कर्ज माफ करने के लिए दबाव बनाएंगे और तब तक उन्हें सोने नहीं देंगे। मोदी पर नोटबंदी के माध्यम से अपने कारोबारी दोस्तों की मदद करने का आरोप लगाते हुए राहुल ने राफेल सौदे की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराने की अपनी मांग दोहराई।
ग्रामीण, कृषि संकट और अन्य मुद्दों को हल करने को लेकर मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ से भाजपा को सत्ता से बाहर करने के बाद संसद भवन परिसर में मीडिया से बातचीत में गांधी ने यह हमला बोला। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस मुख्यंमत्रियों ने किसानों की कर्जमाफी के अपने वादे को सोमवार को पदभार ग्रहण करते ही पूरा कर दिया है।
गांधी ने कहा कि विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी गरीबों, किसानों, मजदूरों और छोटे दुकानदारों की वजह से जीती है।
उन्होंने कहा कि मोदी ने अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल के दौरान किसानों के कर्ज का एक भी रुपया माफ नहीं किया, लेकिन उन्होंने जनता के पैसे से 15-20 उद्योगपतियों के साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये के कर्ज माफ कर दिए।
उन्होंने कहा, “मैं बताना चाहता हूं कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल साथ मिलकर किसानों के कर्ज माफ करने के लिए मोदी पर दबाव बनाएंगे। हम खड़े होंगे, लड़ेंगे और एक इंच भी नहीं हिलेंगे। जबतक वह किसानों के कर्ज माफ नहीं कर देते, हम उन्हें रात में सोने नहीं देंगे। मैं आपको यह संदेश देना चाहता था, यह किसानों को बताइए।”
राहुल ने कहा, “मैं गरीब किसानों को बताना चाहता हूं कि यह देश आपका है। यह 15-20 उद्योगपतियों का देश नहीं है। आपके साथ अन्याय हो रहा है। आप (किसान) दिन-रात काम करते हैं, देश को खाना मुहैया कराते हैं और आपकी आवाज ही नहीं सुनी जा रही। हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि आपकी आवाज सुनी जाए। हमने तीन राज्यों में यह कर दिखाया है और आप याद रखिए हम नरेंद्र मोदी जी पर ऐसा करने के लिए दबाव बनाएंगे।”
उन्होंने कहा कि बीते चार वर्षो में मोदी के पास किसानों के कर्ज माफ करने या नोटबंदी करने और अपने दोस्तों को पैसा देने का विकल्प था।
राहुल ने कहा, “और उन्होंने तय किया कि वह किसानों के कर्ज माफ नहीं करना चाहते। अब हम नरेंद्र मोदी पर दबाव बनाएंगे। न केवल कांग्रेस, बल्कि देश का प्रत्येक किसान, हम सभी मिलकर आपको कर्जमाफी के लिए मजबूर करेंगे। कांग्रेस आपके साथ खड़ी है। सभी विपक्षी दल आपके साथ खड़े हैं। डरिए मत, घबराइए मत। आपका काम होने जा रहा है।”
गांधी ने कहा कि एक तरफ छोटे व्यापारी, मजदूर और किसान हैं, तो दूसरी तरफ 15-20 बड़े उद्योगपति।
उन्होंने कहा, “पिछले साढ़े चार वर्षो में मोदी जी ने आपका पैसा लिया और साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये इन 15-20 उद्योगपतियों की जेब में डाल दिया। उन्होंने दो भारत बनाया -पहला 15-20 लोगों का, ऋण माफी का, निजी विमानों का और दूसरा छोटे व्यापारियों, दुकानों, मजदूरों और किसानों का।”
गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी ने वादा किया था कि 10 दिनों में कर्जमाफी का काम शुरू हो जाएगा। दो राज्यों में छह घंटे भी नहीं लगे और तीसरे राज्य में ऐसा होने जा रहा है।
मोदी पर राफेल सौदे में पक्षपात दिखाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच हो और इसके लिए जेपीसी बनाई जाए।
राहुल ने कहा, “संसद में चर्चा होनी चाहिए। आप कहते हैं कि आप चर्चा चाहते हैं तो आप भाग क्यों रहे हैं। आगे आइए और राफेल के बारे में बताइए, और देश को यह भी बताइए कि आपने किसानों के कर्ज क्यों माफ नहीं किए और बताइए कि आप कब यह करने जा रहे हैं।”
यह पूछने पर कि यदि मोदी सरकार ऐसा नहीं करती, तो क्या कांग्रेस की सरकार किसानों के कर्ज माफ करेगी? गांधी ने कहा कि यह सवाल पूछने की जरूरत ही नहीं है।
उन्होंने कहा, “100 फीसदी की गारंटी देता हूं। अगर मोदीजी ऐसा नहीं करते हैं तो हम करेंगे।”
–आईएएनएस
और भी हैं
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का पेश किया दावा, 28 को लेंगे शपथ
संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से, पेश होंगे कई महत्वपूर्ण विधेयक
आईएफएफआई देश में फिल्म इंडस्ट्री के विकास में महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ : अश्विनी वैष्णव