नई दिल्ली। आल इंडिया माइनोरिटी फ्रंट ने कहा है कि लोक सभा से पारित कृषि विकास के नाम से पारित तीनों विधेयक कृषि विरोधी हैं और खेत मजदूरों के आधिकारों का हनन करता है। फ्रंट ने 25 सितम्बर को आयोजित देशव्यापी भारत बन्द का समर्थन की घोषणा करते हुए अपनी पांतों से कहा है कि वे बन्द को अपने स्तर पर सफल बनाने में अपना पूर्ण सहयोग दें।
ऑल इंडिया माइनोरिटी फ्रंट के अध्यक्ष एस एम आसिफ ने कहा है कि किसानों की पैदावार लूटने की साजिश हो रही है। सरकार ये तीनों विधेयक कानून बन जाने पर देश के किसानों और कृषि क्षेत्र को बर्बाद कर देगी। आम उपभोक्ताओं को भी जमाखोरों के हवाले कर देगी।
इसी के साथ जनाब आसिफ ने मजदूरों के अधिकारों छीनने के खिलाफ 23 सिंतबर को देशभर में होने वाले आन्दोलन के साथ खड़े रहने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि आजादी के दौर से लागू मजदूरों को प्राप्त 44 श्रम कनूनी अधिकार को खत्म कर चार कोड लाया गया। इसमें काम के घंटे आठ से बढ़ाकर 12 से 16 घंटे तक निर्धारित किया गया है। यह मजदूरों को पूरी तरह मालिकों का गुलाम बनाने का कानून है। इसका पूरे देश में विरोध जारी रहेगा। उन्होंने भारत के राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि किसान विरोधी तीनों बिलों पर वे अपने हस्थाक्षर न करें। ऐसा करने से तीनों विधेयक कानून बन जाएंगे और देश के किसानों की बर्बादी का रास्ता खुल जाएगा।
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